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कोलकाता में EZCC की बैठक, शाह, ममता, हेमंत और तेजस्वी हुए शामिल, जानें क्या हैं मुद्दे

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शनिवार को कोलकाता में राज्य सचिवालय नबान्न स्थित सभागार में पूर्वी क्षेत्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक शुरू हो गई. इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी , झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन , बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव , ओडिशा के मंत्री प्रदीप कुमार अमेत और तुषार कांति बेहरा शामिल हो रहे हैं. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. बैठक को लेकर नबान्न में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. केंद्र और राज्य के संबंधों के बीच तनाव के माहौल में आज कोलकाता में हुई बैठक में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

बैठक में गाय तस्करी को लेकर चर्चा होने की संभावना

सूत्रों के मुताबिक बैठक में गौ तस्करी और बीएसएफ पर चर्चा हो सकती है. राज्य का नाम बदलने का प्रस्ताव अब तक क्यों मंजूर नहीं? ममता बनर्जी भी उस विषय को उठा सकती हैं. एजेंडे में 40 सीमा मुद्दे हैं. नबान्न सूत्रों के मुताबिक बैठक में डीवीसी, महानंदा और मयूराक्षी के जल बंटवारे पर चर्चा होनी है. इसके अलावा फ्रेट कॉरिडोर बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण, वन, खनन समेत करीब 40 मुद्दे एजेंडे में हैं. डीवीसी के पानी को लेकर हर साल पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के बीच विवाद होता है. महानदी के पानी को लेकर फिर से ओडिशा और बिहार के बीच विवाद है.

फ्रेट कॉरिडोर सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना

दूसरी ओर, चार राज्यों में फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण समान गति से नहीं हो रहा है. यह कॉरिडोर भविष्य में औद्योगिक विकास और संचार के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इसके अलावा, पावर ग्रिड और अंतर-राज्यीय सीमाओं के पार जालसाजी और नशीली दवाओं की तस्करी सहित विभिन्न अपराधों से निपटने पर भी चर्चा होने की सभावना है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, वे बैठक में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में कई अहम मुद्दों को उठाएंगे. जहां परिषद के सदस्य देशों के आपसी समन्वय पर जोर दिया जाएगा. इस बैठक में विशेष रूप से सीमा की सुरक्षा को लेकर विशेष रूप से चर्चा होने की संभावना है.