पुणे। Sharad Pawar Appeal to PM Modi राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय एजेंसियों के कथित “दुरुपयोग” को लेकर खास अपील की है।
विपक्षी पार्टियों द्वारा पीएम को लिखे पत्र के बाद पवार ने इन चिंताओं को गंभीरता से देखने का आग्रह किया है।
हमारी चिंताओं को गंभीरता से लें पीएम
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष के संयुक्त पत्र का मुद्दा उठाया और कहा कि वह पीएम मोदी को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले पहले व्यक्ति थे। पवार ने कहा कि पीएम मोदी को लिखे पत्र में पहला हस्ताक्षर मेरा ही था। हम चाहते हैं कि पीएम मोदी हमारी चिंताओं को गंभीरता से लें।
सिसोदिया की गिरफ्तारी सही नहीं
पवार ने शराब नीति के सिलसिले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सिसोदिया ने शिक्षा क्षेत्र के लिए अच्छा काम किया और कई लोगों ने उनकी प्रशंसा की, लेकिन उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
नौ नेताओं ने लिखा पीएम को पत्र
इससे पहले रविवार को आठ राजनीतिक दलों के नौ नेताओं ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और आरोप लगाया था कि केंद्रीय एजेंसियों के “दुरुपयोग” से पता चलता है कि देश में लोकतंत्र खात्में की ओर है। नेताओं ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के मामलों को दर्ज करने या गिरफ्तार करने का समय “चुनावों के साथ मेल खाता था” जिससे यह स्पष्ट होता है कि की गई कार्रवाई “राजनीति से प्रेरित” थी।
इन नेताओं ने लिखा पत्र
पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले विपक्षी नेताओं में बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव, जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राजद नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव शामिल हैं। हालांकि, पत्र में कांग्रेस, जेडीएस, जेडी (यू) और सीपीआई (एम) से किसी नेता का नाम नहीं था।