भारत में किसान खेती के साथ- साथ पशुपालन भी करते हैं. मिल्क प्रोडक्ट्स बेचकर उनकी अच्छी कमाई हो जाती है. राज्य सरकारें भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए तरह- तरह की योजनाएं चला रही हैं.
वहीं, कई प्रदेशों में तो दुधारू मवेशी पालने के लिए सीमांत किसानों को बंपर सब्सिडी भी दी जा रही है. ऐसे में हम आज किसानों को उन मुख्य योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर वे सरकारी स्कीम का भरपूर लाभ उठा सकते हैं.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन
राष्ट्रीय पशुधन मिशन एक केंद्रीय योजना है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार सीमांत किसानों की आमदनी बढ़ाना चाहती है. इसके लिए सरकार की तरफ से बकरी पालन, भेड़ पालन, गाय- भैंस पालन और मछली पालन करने वाले किसानों की आर्थिक मदद की जाती है. इसके अलावा किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है. ऐसे में किसान भाई इस योजना का लाभ उठाकर अपनी कमाई में इजाफा कर सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, इस राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत गांव में पोल्ट्री फॉर्म और गोशाला खोलने के लिए 50 फीसीद तक सब्सिडी दी जाती है. इस योजना के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए आप https://dahd.nic.in/national_livestock_miss पर विजिट कर सकते हैं.
पीएम कुसुम योजना
प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत केंद्र सरकार सिंचाई करने के लिए किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप मुहैया कराती है. इसके लिए केंद्र सरकार किसानों को 60 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है. देश में लाखों किसानों ने इस योजना का फायदा उठाया है. इब इन किसानों को फसलों की सिंचाई करने के लिए बारिश पर निर्भर नहीं रहना पड़ रहा है. साथ ही ये डीजल भी नहीं खरीद रहे हैं. अब किसान सौर उर्जा के माध्यम से सिंचाई कर रहे हैं. इससे किसानों को खेती पर होने वाले खर्च से राहत मिली है. खास बात यह है कि सरकार सब्सिडी के अलावा सोलर पंप लगाने के लिए कुल लागत का 30 फीसदी लोन भी उपलब्ध करा रही है. अगर देखें तो किसानों को सिर्फ सोलर पंप लगाने में अपने जेब से 10 प्रतिशत ही कुल लागत का खर्च करना पड़ेगा.
राष्ट्रीय बागवानी मिशन
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत सरकार सब्जी की खेती, फल- फूल की खेती और औषधीय फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए सरकार बंपर सब्सिडी दे रही है. दरअसर, सरकार का मानना है कि कम जोत वाले किसान थोड़ी सी जमीन में ही सब्जी और फल की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इस मिशन के तहत किसानों को बागवानी करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इस मिशन के तहत किसान अनुदान के लिए आवेदन कर पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस और लो टनल जैसे ढांचे लगा सकते, जिसमें सब्जियों की उपज अच्छी होती है और बदलते मौसम का भी असर नहीं होता है.