गोविंदा की राजनीती में वापसी , देखे कौन सी पार्टी ज्वाइन की
मैं 14 साल के लंबे वनवास के बाद लौटा हूं’, पॉलिटिक्स में कमबैक पर बोले गोविंदा
गोविंदा ने मीडिया को पहले मराठी और फिर हिंदी में संबोधित किया. गोविंदा ने कहा कि उन्हें कभी नहीं लगता था कि वह दोबारा राजनीति में वापस आएंगे.
फिल्म अभिनेता गोविंदा ने राजनीति में एक बार फिर एंट्री ली है, वह गुरुवार को सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो गए. माना जा रहा है कि वह मुंबई नॉर्थ-वेस्ट से चुनाव लड़ सकते हैं. गोविंदा की राजनीति में एंट्री के कयास कल तब से लगाए जाने लगे थे जब उन्होंने शिवसेना एक नाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता और पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े से मुलाकात की थी.
गोविंदा को मुंबई की नॉर्थ वेस्ट सीट से लड़ाए जाने की तैयारी है. ये वही सीट है जहां से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने अमोल कीर्तिकार को उम्मीदवार बनाया है. उद्धव के इस कदम के बाद कांग्रेस नेता निरुपम भी इस बात से नाराज हैं कि कांग्रेस के हक वाली सीट पर उद्धव ठाकरे ने उम्मीदवार क्यों उतारा?. इसी के बाद से गोविंदा के इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावना तेज हो गई थी. एक सप्ताह पहले भी गोविंदा की एक नाथ शिंदे से मुलाकात हुई थी. इसके अलावा तीन दिन पहले भी एक महत्वपूर्ण बैठक की गई थी.
2004 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे गोविंदा
गोविंदा ने 2004 में कांग्रेस के टिकट पर उत्तरी मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे रामनाइक को हराया था. गोविंदा की यह जीत इसलिए खास थी, क्योंकि उन्होंने उस सीट पर जीत हासिल की थी, जिसे भाजपा का गढ़ माना जाता था. इस लोकसभा सीट में बोरीवली, मगाथेन, चारकोप, मलाड, दहिसर, कांदिवली आदि विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं.
माधुरी दीक्षित के नाम पर भी हुई थी चर्चा
मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट पर अमोल कीर्तिकर को उतारे जाने के ऐलान के बाद माधुरी दीक्षित के नाम पर भी चर्चा हुई थी. हालांकि माधुरी दीक्षित ने इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि इस सीट पर चुनाव लड़ाने के लिए अक्षय कुमार, नाना पाटेकर से भी चर्चा की गइ्र थी, लेकिन अक्षय और नाना पाटेकार ने भी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
‘मौका मिला तो कला और संस्कृति के क्षेत्र में काम करेंगे’
गोविंदा ने कहा कि शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद से मुंबई अधिक सुंदर और विकसित दिख रही है.
उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो वह कला और संस्कृति के क्षेत्र में काम करेंगे. 2004 के लोकसभा चुनाव में गोविंदा ने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर लोकसभा से चुनाव लड़ा था और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम नाईक को हराया था.
दूसरी ताफ उनके वर्क फ्रंट की बात करे तो उन्होंने फिल्मो की वापसी में बहौत कोशिश की पर वो कामयाब नही हो सके .