अमृतसर/चंडीगढ़। दो दिन के इंतजार के बाद आखिरकार पाकिस्तान ने शुक्रवार शाम को विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंप दिया है। वाघा बॉर्डर के जरिये अभिनंदन अटारी पहुंचे और उन्होंने देश में दोबारा कदम रखा। इस दौरान इंडियन एयरफोर्स के आला अधिकारी मौजूद थे।
बता दें भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों से बौखलाए पाकिस्तान द्वारा भारत की सीमा में लड़ाकू विमान दाखिल करने की कोशिश की गई थी। इस कोशिश को नाकाम करते हुए भारतीय विमानों ने पाक लड़ाकू विमानों को खदेड़ दिया था। इस दौरान भारत का एक विमान क्रेश हो गया था, इस दौरान विमान से इजेक्ट हुए विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान सीमा में पहुंच गए थे।
आखिरकार वो पल आ गया जब देश का जाबांज वायुसेना का विंग कमांडर भारत लौट आया है। अटारी सीमा पर हलचल तेज हुई है और इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट से वायुसेना और सेना के अधिकारियों के वाहन सीमा की तरफ गए हैं। बस कुछ पलों का और इंतजार जिसके बाद विंग कमांडर इस रास्ते से भारत की धरती पर कदम रखेंगे।
अटारी सीमा से उन्हें सीधे अमृतसर एयरपोर्ट ले जाया जाएगा और वहां से उन्हें विशेष विमान से दिल्ली ले जाया जाएगा। अभिनंदन के आने की खबर से बाहर खड़े लोगों में भारी उत्साह है और बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे हैं।
बुधवार को मिग-21 से पाक विमानों को खदड़ने के दौरान पाक सीमा में पहुंच गए अभिनंदन को वहां की सेना ने हिरासत में ले लिया था। हालांकि, भारत और दुनिया के दबाव में आकर पाक पीएम ने गुरुवार को अभिनंदन को रिहा करने की घोषणा की जिसके बाद अब वो वाघा सीमा से भारत लौट रहे हैं। उनके स्वागत के लिए उनके माता-पिता के अलावा एयरफोर्स की टीम और कईं बड़े अधिकारी वहां मौजूद हैं। अभिनंदन को वायुसेना अधिकारियों की टीम रिसीव करेगी।
बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी रद्द, बस फ्लैग सेरेमनी
अभिनंदन के आने पर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रोजाना होने वाली बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी रद्द कर दी गई थी। इसके बाद यहां पहुंचे लोगों में मायूसी थी लेकिन अभिनंदन के आने के बाद जोश भी दिखा। सुबह से ही यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। राज्य के मुख्यमंत्री को भी यहां आने की अनुमति नहीं दी गई थी।
बताया जाता है कि दर्शकों को सेरेमनी के लिए देखने के लिए अंदर प्रवेश दे दिया गया था, लेकिन बाद में उनका वहां से हटा दिया गया। इससे पहले 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान रिट्रीट सेरेमनी यहां बंद हुई थी। इसके बाद दिसंबर 2014 में पाकिस्तान में वाघा बॉर्डर पर हुए आत्मघाती हमले के बाद बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी तीन दिन के लिए बंद कर दी गई थी। इसके बाद सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को एक दिन के लिए कैंसिल कर दिया गया था।
सुबह से ही तिरंगा लिए काफी संख्या में खड़े थे लोग, कड़ी सुरक्षा
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार सिंह ढिल्लों ने कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन को रिसीव करने के लिए एयरफोर्स के अधिकारियों की टीम आई हुई थी। यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उन्हें रिसीव करने के लिए पहुंचेंगे तो ढिल्लों ने कहा कि एयर फोर्स में रिसीव करने का एक सेट प्रोटोकाल है।बीएसएफ के अलावा पंजाब पुलिस भी पूरे इलाके में सुरक्षा के लिए तैनात थी।
देशभक्ति के जोश व जूनून से गूंजा पूरा वाघा-अटारी क्षेत्र
बॉर्डर पर पूरा माहौल देशभक्तिमय हो गया। लोग हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर भारत माता की जय और सेना के समर्थन में घोष कर रहे हैं। ढोल की थाप पर लोग तिरंगे के संग नाच-गा रहे हैं। लोग ‘हाउज द जोश’ का नारा भी लगा रहे हैं। लोगों के घोष से पाकिस्तान के सीमांत क्षेत्र की गूंज रहे हैं। चारों ओर देशभक्ति का जोश और जूनून नजर आ रहा है।