लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने एक मार्च को राजधानी के नीरभवन में विभागीय काज-काज की समीक्षा की। मंत्री श्री रूद्रकुमार ने समीक्षा के दौरान ग्रीष्मकालीन पेयजल की संकट के निराकरण करने की तैयारी करने के आवश्यक निर्देश दिए। अधिकारियों को विभाग के हैण्डपंप, नलकूप और अन्य पेयजल से जुड़े मशीनों के देखरेख करने का कहा।
मंत्री श्री गुरू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्रीष्मकाल में समस्त बिगड़े हैण्डपंपों को चिन्हित कर सुधारने हेतु विशेष अभियान चलाया जाए। राज्य के सभी 27 जिलों में संधारण कार्य हेतु आवश्यक सामग्री जैसे-राइजर पाइप, स्पेयर पाटर््स, हैंडपंप सेट, सिंगल फेस के सबमर्सिबल पंप आदि की व्यवस्था अत्यावश्यक रूप से की जाए। साथ ही दूरस्थ अंचलों में ग्रीष्मकाल में पेयजल संकट वाले ग्रामों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
श्री रूद्रकुमार ने विभाग के समस्त पेयजल योजनाओं के पूर्णतः हेतु समय-सीमा का कड़ाई से पालन करने के सख्त निर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता श्री टी.जी. कोसरिया एवं राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समीक्षा बैठक का आयोजन दो सत्रों में किया गया। प्रथम सत्र में समस्त जिलों के कार्यपालन अभियंता एवं द्वितीय सत्र में अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।