इस्लामाबाद। भारतीय वायुसेना पायलट अभिनंदन वर्तमान को बिना शर्त भारत लौटाने के इमरान खान के फैसले के बाद पाकिस्तान में मांग उठी है कि इसके लिए प्रधानमंत्री को शांति का नोबल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान मीडिया और खासतौर पर सोशल मीडिया में यह मुद्दा बीते दिनों से चल रहा है। इमरान ने पहली बार इस पर प्रतिक्रिया दी है।
इमरान ने अपनी ट्वीट में कहा है – मैं इस लायक नहीं। यह सम्मान तो उसे दिया जाना चाहिए जो कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के मुताबिक कश्मीर मुद्दे को हल कर दे और उपमहाद्वीप में शांति और विकास की राह आसान करे।
मालूम हो, पुलवामा आतंकी हमले के बाद पैदा हुए हालात को देखते हुए इमरान खान दो बार कह चुके हैं कि वे युद्ध नहीं चाहते। बकौल इमरान, युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन यह कैसे खत्म होगा, यह किसी के हाथ में नहीं है।
पुलवामा हमले के बाद अपने दो वीडियो संदेशों में पाकिस्तानी पीएम ने भारत से आतंकवाद समेत हर मुद्दे पर बातचीत शुरू करने की पेशकश की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी संसद में भाषण देते हुए फिर वार्ता की पेशकश की। इसके अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ने भी कहा है कि भारत को तनाव की राह छोड़कर बातचीत के लिए आगे आना चाहिए।
बताते चलें कि विंग कमांडर को 27 फरवरी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था, जब पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराने के बाद उनके मिग-21 विमान पर मिसाइल लगने की वजह से वह क्रैश होकर पाकिस्तानी कब्जे वाले इलाके में चला गया था। इमरान खान ने शांति की दुहाई देते हुए अभिनंदन को रिहा करने का फैसला किया था।