उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती की अनुमति में धांधली पकड़ी गई। यहां नियमों को ताक में रखकर 1 ही दिन में 4 लोगों को 193 अनुमति जारी कर दी गई। इसमें नवनियुक्त मंदिर समिति सदस्य कांग्रेस नेता दीपक मित्तल के परिचितों को 71 और जिला प्रोटोकॉल के नाम पर कर्मचारी अभिषेक भार्गव ने 76 लोगों को अनुमति जारी कर दिया। मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। बारह ज्योतिलिंर्गों में से एक महाकाल मंदिर में आम श्रद्धालुओं को भस्म आरती की एक या दो अनुमति मिलने में पूरे दिन लाइन में लगना पड़ता है।
कई बार तो पूरा दिन खड़े रहने के बावजूद अनुमति नहीं मिल पाती, लेकिन महाकाल के दरबार में भी धांधली करने से लोग नहीं चुके। पता चला कि मंदिर में एक ही नाम से 71 लोगों को परमिशन दे दिया गया। मामला जैसे ही पकड़ में आया मंडी प्रशासन में हड़कंप मच गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए। जांच में खुलासा हुआ कि केवल 4 लोगों की सिफारिश पर एक ही दिन में 193 अनुमति जारी कर दी गई। अनुमति दिलाने वालों में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति सदस्य और एक सेवक भी शामिल है।