केरल दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने त्रिशूर में मछुआरों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने मछुआरों से कहा कि 2019 में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी तो मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय होगा। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह झूठे वायदे नहीं करता।
राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि देश के मछुआरे कई परेशानियों से जूझ रहें हैं, लेकिन मौजूदा केन्द्र सरकार मछुआरों की जरा सी भी सुनवाई नहीं करती। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैं आपको आपकी खुद की आवाज उठाने का मंच देना चाहता हूं, ताकि जब आपको कुछ परेशानी हो, तो आपकी आवाज तुरंत दिल्ली में सुनाई दे सके। मेरे विचार में दिल्ली में आपका अपना मंत्रालय होने से आपकी समस्याओं का समाधान हो सकेगा।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे विचार केवल एक एम्पलीफायर हैं जो आपकी समस्या को हल करेंगे।’
किया न्यूनतम आय गारंटी का वादा
न्यूनतम आय गारंटी का वादा दोहराते हुए राहुल गांधी ने कहा, अगर हम 2019 में सत्ता में आए तो हमने न्यूनतम गारंटी आय का एक बड़ा फैसला लिया है। न्यूनतम आय की गारंटी के साथ जो कोई भी न्यूनतम आय लाइन से कम कमाता है, उसे न्यूनतम आय लाइन तक लाने के लिए भारत सरकार द्वारा पैसा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम यहीं नहीं रुकेंगे, दिल्ली सरकार में राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण और उसमें मछुआरा समुदाय से एक से अधिक महिलाओं को लाने की कोशिश होगी। हम 2019 के बाद महिलाओं के लिए संसद और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने जा रहे हैं।
‘मित्रों के हितों की रक्षा करते हैं मोदी’
राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने किसानों के कर्ज माफ किए तो मेरे विरोधियों ने कहा कि मैं किसानों की आदतें बर्बाद कर रहा हूं लेकिन जब पिछले 5 वर्षों में मोदी केवल 15 सबसे अमीर लोगों के साढ़े तीन लाख करोड़ माफ करते हैं तो लोग यह क्यों नहीं कहते कि वह बुरी आदतें पैदा कर रहे हैं?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, नरेंद्र मोदी के मित्र देश के अधिकांश बंदरगाहों के मालिक हैं। यह एक साधारण समीकरण है, वह इन 10-15 लोगों द्वारा अपनी ब्रांडिंग करते हैं और बदले में वह अपने हितों की रक्षा करता है और उन्हें आपके पैसे और जमीन चोरी करने की अनुमति देता है। उन्होंने कहा, भारत में कई ईमानदार बिजनेसमैन भी हैं। मैं उन बेईमान लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जो मोदी से जुड़े हैं।