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ओडिशा में बोले पीएम मोदी- तय करें निर्णय लेने वाली सरकार चाहिए या नारे वाली

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कोरापुट। प्रधानमंत्री अपने चुनावी दौरे पर आज फिर से तीन राज्यों में सभाओं को संबोधित करेंगे। इसकी शुरुआत उन्होंने ओडिशा के कोरापुट से ही है। यहां उन्होंने अपनी एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राज्य सरकार और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। साथ ही अंतरिक्ष में भारत के मिशन शक्ति की सफलता के लिए ओडिशा के लोगों को बधाई भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि जनता को तय करना है कि उन्हें निर्णय लेने वाली सरकार चाहिए या फिर केवल नारे देने वाली।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी जनता जर्नादन का आशीर्वाद लेने के लिए आपका ये चौकीदार आपके बीच आया है। 2014 में जब उड़ीसा आया था तो कहा था पूरी ईमानदारी से, पूरी निष्ठा से आपकी सेवा करने में, मैं कोई कसर नहीं छोडूंगा, आपके प्रधानसेवक के तौर पर आपकी सेवा में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इन पांच वर्षों में आपने मेरा साथ दिया है , मुझे दिशा दिखाई है। विरोधियों के अनेकों वार के सामने मुझे सुरक्षा दी है। इसके लिए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दो दिन पहले ही, ओडिशा एक ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बना है, जिसने पूरी दुनिया को भारत के सामर्थ्य से परिचित कराया है। भारत अब अंतरिक्ष में भी चौकीदारी करने में सक्षम है। मतदान के दिन जब आप पोलिंग बूथ जाएंगे तो एक स्पष्ट मन बनाकर जाइएगा।

आपको ये तय करना है कि आतंक के ठिकानों में घुसकर मारने वाली सरकार चाहिए,या फिर घबराकर बैठ जाने वाली सरकार। आपको ये तय करना है कि निर्णय करने वाली सरकार चाहिए या सिर्फ नारे देने वाली सरकार। आपको तय करना है कि जो सरकारें नक्सली हिंसा पर काबू नहीं पा सकतीं, जो उसके आगे कमजोर नजर आती हैं, उन्हें क्या सज़ा देनी है।

पीएम आगे बोले कि 2019 का चुनाव सिर्फ एक सांसद और विधायक का चुनाव नहीं है। ये चुनाव केंद्र और राज्य में विकास का डबल इंजन लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकारों के चुनाव का समय है। ये आने वाले 5 वर्षों में नए ओडिशा और नए भारत के निर्माण का चुनाव है। ओडिशा मजबूत तभी बनेगा जब यहां का आदिवासी, यहां का किसान, यहां का नौजवान, आगे बढ़ेगा। जब यहां और केंद्र में, दोनों ही जगहों पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार होगी।

राज्य की पटनायक सरकार पर निशाना साधते हुए बोले बीते 7 दशकों में जिन्होंने यहां सरकारें चलाई हैं, उन्होंने ओडिशा को गरीबी और भुखमरी के अलावा क्या दिया? गरीबों और आदिवासियों के नाम पर योजनाएं बनती हैं लेकिन बिचौलिए और दलाल उसका फायदा लूट ले जाते हैं, और असली लाभार्थी हाथ मलता रह जाता है। कोरापुट में तो ऐसी घटनाएं भी देश ने देखी हैं कि इलाज के तो मिला ही नहीं बल्कि मृत्यु के बाद भी अपमानित होना पड़ा है। आपका ये चौकीदार ऐसी व्यवस्थाओं को बदलने के लिए दिन-रात काम कर रहा है।

पीएम आगे बोले कि यहां की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के लाभ से भी अभी तक ओडिशा की जनता को दूर रखा है। जो खेल इन्होने आपके स्वास्थ्य के साथ किया, वही खेल ये किसानों के साथ भी कर रहे है। आज तक इन्होने यहां ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ योजना लागू नहीं की है। जिस कारण यहां के एक भी किसान को अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के जिन 12 करोड़ किसानों को हम सीधी मदद बैंक खाते में दे रहे हैं उनमें से एक भी ओडिशा का किसान नहीं है, क्योंकि यहां की सरकार किसानों के सामने दीवार बनकर खड़ी हो गई है।