लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के लिए राजनीतिक दलों की ओर से लगातार प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है. उम्मीदवारों की घोषणा में कई बड़े नेताओं के लोकसभा टिकट काटे गए हैं. इसी क्रम में कांग्रेस ने चंडीगढ़ से पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है. बंसल को टिकट मिलने से पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू की निराशा छिप नहीं रही है. दरअसल, पार्टी की ओर से उम्मीदवार उतारने से पहले ही उन्होंने जनसभाएं शुरू कर दी थीं. नवजोत कौर सिद्धू पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी हैं. दरअसल, पार्टी की ओर से उम्मीदवार उतारने से पहले ही उन्होंने जनसभाएं शुरू कर दी थीं. नवजोत कौर सिद्धू पंजाब सरकार में मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी हैं.
नवजोत कौर ने पीटीआई-भाषा से बुधवार को कहा, “मुझे खुशी होती अगर वे उस महिला का सम्मान करते जो अपने व्यक्तिगत कार्यों को दिखाने का प्रयास कर रही है.” कौर ने कहा कि उन्होंने खुद को राजनीति के प्रति समर्पित करने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ का अपना पेशा भी छोड़ दिया. उनसे पूछा गया था कि क्या वह पार्टी के फैसले से निराश हैं. नवजोत कौर ने कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी की चंडीगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की थी. इस सीट पर 2014 में भाजपा उम्मीदवार किरण खेर को जीत हासिल हुई थी. बंसल को 2014 चुनाव में 70,000 वोटों से हार मिली थी.
वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने बयान में उन्होंने कहा कि पवन कुमार बंसल एक वरिष्ठ नेता है. मैं पार्टी के निर्णय का सम्मान करती हूं और बंसल को जिताने के लिए काम करूंगी. उन्होंने कहा कि मेरा विजन था कि मैं क्षेत्र में युवाओं के लिए कार्य करूं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कांग्रेस उन्हें भटिंडा या संगरूर संसदीय क्षेत्र से टिकट देती हैं तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि मेरा घर अमृतसर और चंडीगढ़ है. मैं किसी और जगह से चुनाव नहीं लड़ूंगी.