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छत्तीसगढ़ : 63 हजार किसानों के 159 करोड़ रुपए माफ, हकीकत: न प्रमाण पत्र मिले और न बैंक खातों में एंट्री

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अफसर दावा कर रहे हैं कि चुनाव के पहले जिले के 63 हजार किसानों का 159 करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया गया है। हकीकत यह है कि किसानों को अभी न तो के ऋण माफी के प्रमाण पत्र बांटे गए हैं और न ही किसानों के बैंक खाते में ऋण माफी वाली राशि की एंट्री की गई है। इससे किसानों को अब बैंकों से लोन लेने में दिक्कत हो रही है। इधर, अफसरों का कहना है कि ऋण माफी के प्रमाण पत्र बांटे जा रहे हैं जिन किसानों को नहीं मिला है, मिल जाएगा पर कब तक मिलेगा, इसका जवाब नहीं है। 

इसलिए भी किसानों की नाराजगी 

  1. 7 से 10 दिनों बाद जिले में खरीफ सीजन में बुआई के लिए तैयारी होने लगेगी। किसानों को खाद और बीज की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा खेती किसानी करने के लिए बैंकों से केसीसी लोने की आवश्यकता होगी। यदि इस वक्त तक सोसायटियों के बकायादार किसानों की ऋण माफी की स्थिति साफ नहीं होती हैं तो ये डिफाल्टर हो जाएंगे और उन्हें खाद बीज के साथ लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा। इससे किसान न सिर्फ आक्रोशित होंगे। जानकार लोग किसानों की इस नाराजगी को ही लोकसभा चुनाव परिणाम की वजहों में एक मान रहे हैं। 
  2. अफसरों कह रहे हैं कि किसानों का ऋण माफ हो चुका है। किसानों का कहना है कि प्रमाण पत्र दे दिए हैं तो बैंकें खाते में ऋण माफ होने की एंट्री क्यों नहीं कर रही हैं। किस किसानों के कितने रुपए माफ हुए, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है। जबकि पंचायत भवनों में कर्ज माफी वाली किसानों की सूची चस्पा करने का दावा किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इधर, अफसरों द्वारा तर्क दिया जा रहा है कि कर्ज माफ होने की जानकारी किसानों को नहीं होगी। क्योंकि इनकी राशि बैंकों और सोसायटियों में समायोजित करा दी गई है। 
  3. 35 सौ किसानों ने ही लिया लोन व खाद बीज ऋण माफी प्रमाण पत्र नहीं मिलने और बैंक खाते में इंट्री नहीं होने की वजह से भले ही अपेक्स बैंक के अफसर किसानों को परेशानी नहीं होने का दावा कर रहे हैं, पर नए किसानों द्वारा अब तक खरीफ सीजन 2019-20 के लिए गए लोन व खाद बीज के आंकड़े दावे को खोखला कर रहे हैं। 31 मई की स्थिति में जिले के मात्र 3582 किसानों को ही 813.79 लाख रुपए का केसीसी लोन और खाद बीज वितरण किया गया है। जबकि हर साल करीब 40 हजार से अधिक किसान खाद बीज के साथ केसीसी लोन लेते हैं। 
  4. राष्ट्रीयकृत बैंकों से किसानों को नहीं मिला लाभ अपेक्स बैंक के अफसरों की मुताबिक जिले में 39 हजार 6 किसानों का 103 करोड़ 34 लाख और 23 हजार 830 डिफाल्टर किसानों के 55 करोड़ 57 लाख रुपए समेत 62 हजार 836 किसानों का 158. 91 लाख कर्ज माफ हो चुका है, लेकिन राष्ट्रीयकृत बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है। बैंक प्रबंधकों द्वारा लोन लेने वाले किसानों की जानकारी शासन को भेजी गई है, लेकिन इनका कर्ज कब तक माफ होगा, इस साफ नहीं है। राष्ट्रीयकृत बैंकों से लोन वाले किसानों की संख्या 30 हजार से भी अधिक है।
  5. राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जों की माफी का कोई आदेश नहीं आया किसानों का कर्जा माफ हो चुका है। ऋण माफी पत्र बांटे जा रहे हैं। बैंक खाते में एंट्री नहीं होने से निजी बैंकों में परेशानी हो सकती है, लेकिन सोसायटियों में कोई दिक्कत नहीं है। हम किसानों को केसीसी लोन व खाद बीज वितरण कर रहे हैं। राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जदारों का कर्जा माफ के लिए अभी कोई आदेश नहीं आया है।डीसी ठाकरे, नोडल अफसर अपेक्स बैंक