मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस‘ के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण को संरक्षित रखने और छत्तीसगढ़ को हरा-भरा बनाये रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण संतुलन बिगड़ने से आज जल, वायु, भूमि सभी क्षेत्रों में प्रदूषण का बढ़ना एक बड़ी चुनौती के रूप में हमारे सामने है। ग्लोबल वार्मिंग और लगातार वर्षा में कमी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि प्रकृति को सहेज कर रखना हमारी गौरवशाली परम्परा है, जिसका प्रमाण वृक्षों की पूजा से मिलता है। उन्होंने अपने संदेश मंे कहा है कि यह दिवस हमें मानव और प्रकृति के मध्य बेहतर सामंजस्य की आवश्यकता को रेखांकित करता है। यह दिवस साथ ही यह याद भी दिलाता है कि हम पर्यावरण को संरक्षित रखंे।
उन्होंने कहा है कि विश्व भर में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के प्रति जागरूकता के लिए यू.एन.ई.पी. द्वारा भी इस वर्ष का मूल विषय ‘वायु प्रदूषण’ निर्धारित किया गया है। पर्यावरण प्रदूषण से बचाव के लिए हमें अधिक से अधिक सामाजिक वानिकी-कृषि वानिकी को अपनाना होगा। हम अपने आस-पास वृक्षों को कटने से बचाएं और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें ताकि हमारी भावी पीढ़ी को प्रदूषण रहित और स्वस्थ छत्तीसगढ़ उपहार में दे सकें।