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चीन को पछाड़ भारत बनेगा दुनिया में सबसे ज्यादा तेज़ी से ग्रोथ करने वाला देश: वर्ल्ड बैंक

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World Bank ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में इंडिया की ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी बरकरार रखी है. World Bank ने अपनी ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा है कि अगले दो फिस्कल ईयर में इंडिया की ग्रोथ रेट यही रह सकती है. World Bank ने अपनी रिपोर्ट में कहा है फिस्कल ईयर 2019-20 (1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020) के लिए इंडिया की ग्रोथ रेट 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था. अगले दो फिस्कल ईयर तक इंडिया की ग्रोथ रेट यही रह सकती है. हालांकि चीन की रफ्तार अगले तीन सालों में लगातार कम होती चली जाएगी.

रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइवेट कंजम्पशन और निवेश बढ़ने से क्रेडिट ग्रोथ में मजबूती आई है. इसे मॉनिटरी पॉलिसी से भी सपोर्ट मिलेगा. महंगाई दर भी रिजर्व बैंक के लक्ष्य के भीतर है. वर्ल्ड बैंक का कहना है कि केंद्र सरकार अगर फिस्कल कंसॉलिडेशन का प्लान बनाती है तो इससे राजनीतिक अनिश्चितता के असर खत्म हो सकता है.

वर्ल्‍ड बैंक की इस रिपोर्ट में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्‍तान के बीच तनाव का जिक्र किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते फरवरी महीने में पुलवामा आतंकी हमले और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा किए गए जवाबी हवाई हमलों की वजह से दो प्रमुख एशियाई देशों में तनाव बढ़ गया था. अगर यह स्थिति दोबारा बनती है तो आर्थिक मोर्चे पर अनिश्चितता बढ़ सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक माल और सेवा कर (GST) अभी भी पूरी तरह से स्थापित होने की प्रक्रिया में है, जिससे सरकारी राजस्व के अनुमानों के बारे में कुछ अनिश्चितता पैदा हो रही है.

इसके अलावा अफगानिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में चुनावों के बीच राजनीतिक अशांति का असर जीडीपी ग्रोथ पर पड़ सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में आने वाले दिनों में चुनाव होने वाले हैं. इसके अलावा, हाल ही में सुरक्षा संबंधी घटनाओं की वजह से निवेशकों की धारणाएं भी कम हो सकती हैं. बता दें कि हाल ही में श्रीलंका में आतंकी हमला हुआ था. इस आतंकी हमले में 250 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई.

विश्व बैंक का कहना है कि ब्रेक्जिट प्रक्रिया की वजह से भी उन दक्षिण एशियाई देशों की इकोनॉमी पर असर पड़ सकता है जिनके ब्रिटेन के साथ व्यापार समझौते हैं. ब्रेक्जिट का असर जिन देशों पर पड़ने का अनुमान है उनमें भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं.

कैसा है साउथ एशिया का आउटलुक?
साउथ एशिया के आउटलुक के बारे में World Bank का कहना है कि यह मजबूत बना रहेगा. पाकिस्तान के बारे में World Bank ने कहा कि 2019 में GDP की ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी रह सकती है. यह पहले के पूर्वानुमान के मुकाबले 0.2 फीसदी कम है. हालांकि आगे आने वाले साल में इसमें मजबूती आएगी. 2020 में पाकिस्तान के GDP की ग्रोथ रेट 7 फीसदी और 2021 में 7.1 फीसदी रह सकती है.