झारखंड के सरायकेला खरसावां में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. जहां भीड़ ने एक युवक पर चोरी का आरोप लगाकर जमकर पिटाई कर दी. उसके बाद इलाज के दौरान युवक की अस्पताल में मौत हो गई. खबरों के मुताबिक, धातकीडीह में बाइक चोर होने के शक में शम्स तबरेज नाम के एक युवक को भीड़ ने बुरी तरह से पीटा. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया. बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि पिटाई होने के बाद भी पुलिस ने युवक को कैद में रखा था. लेकिन जब रविवार को उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई तब पुलिस उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंची. जहां से डॉक्टर्स ने उसे जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल रेफर कर दिया. जब युवक को टाटा अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पाकर मृतक के परिजन भी पहुंच गए. उन्होंने पुलिस, जेल और अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाए हैं.
युवक के एक रिश्तेदार के मुताबिक उसकी हत्या कथित चोरी की वजह से नहीं बल्कि सांप्रदायिक कारणों से हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि उसे जय श्रीराम और जय हनुमान जैसे नारे लगाने को मजबूर किया गया. उन्होंने कहा, ”उन्होंने उसकी पिटाई की और बाद में उसे पुलिस को दे दिया. उन्हें चोरी का संदेह था लेकिन यह एक सांप्रदायिक हमला था. उसे इसलिए पीटा गया क्योंकि उसका मुस्लिम नाम था. उन्होंने उससे बार-बार ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ का नारा लगवाया. दोषियों को गिरफ्तार किया जाए.”
बताया जा रहा है कि ये घटना इसी महीने की 18 तारीख की है. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें एक शख्स तबरेज को डंडे से मारता दिखाई दे रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई की और 18 जून को उसे पुलिस को सौंप दिया गया. उसके बाद शनिवार को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई.