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हासिल की बड़ी सफलता जब्त की करोड़ों की विदेशी सिगरेट,DRI ने

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विदेशी सिगरेट की रैकेट का भंडाफोड़ करने में राजस्व विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है। जब्त की गई सिगरेट की कीमत 1.62 बताई जा रही है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) की कोलकाता जोनल यूनिट की टीम ने विदेशी सिगरेट की तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 1.62 करोड़ रुपये मूल्य की सिगरेट जब्त की। इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। डीआरआइ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि विदेशी सिगरेट की यह खेप सिलीगुड़ी, कोलकाता और गुवाहाटी से पकड़ी गई। जांच में यह भी पता चला है कि विदेशी सिगरेट की खेप को म्यांमार से अवैध रूप से तस्करी कर मणिपुर के रास्ते लाया गया था। गुप्त सूचना के आधार पर डीआरआइ की टीम ने अलग-अलग स्थानों पर छापामारी कर इसे जब्त किया।

अधिकारियों ने बताया कि तीनों स्थानों से अलग-अलग ब्रांडों- विन, पेरिस, रुउली रिवर, एस्से गोल्ड व गुडांग गरम के पैकेटों में बंद कुल 16.27 लाख पीस विदेशी सिगरेट जब्त की गई है, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 1.62 करोड़ रुपये है। ये सिगरेट इंडोनेशिया, चीन, कोरिया व म्यांमार मूल की हैं।

डीआरआइ के अनुसार सर्वप्रथम सिलीगुड़ी के बाहरी इलाके में एक ट्रक को रोककर 1.04 करोड़ रुपये मूल्य की 10.43 लाख पीस से अधिक सिगरेट बरामद की गई। इस सिलसिले में शंकर यादव नामक वाहन चालक को गिरफ्तार किया गया है। उसने पूछताछ में बताया कि सिगरेट को म्यांमार से तस्करी कर मणिपुर के मोरेह में अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते से लाया गया था। यादव ने पूछताछ में यहां से भेजे गए दो और खेप के बारे में जानकारी दी, जिसे कोलकाता व गुहावाटी भेजा गया था।

इसके आधार पर कार्रवाई करते हुए डीआरआइ की टीम ने कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में एक गोदाम में छापामारी कर 51.22 लाख रुपये मूल्य के पांच लाख पीस से अधिक विदेशी सिगरेट जब्त की। छापामारी के दौरान गोदाम में मौजूद दो लोगों राहुल सिंह व विकास कुमार जैन को भी गिरफ्तार किया गया।

इसके बाद गुवाहाटी में छापामारी कर 7.2 लाख रुपये मूल्य की 70 हजार पीस से अधिक सिगरेट जब्त की गई। प्राथमिक जांच में पता चला है कि विदेशी सिगरेट की तस्करी के रैकेट में शामिल एक ही गिरोह ने तीनों जगहों पर सिगरेट की खेप भेजी थी। इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है। इधर, एक अधिकारी ने बताया कि सिगरेट पर 72.9 फीसद आयात शुल्क और आइजीएसटी ड्यूटी लगती है इसलिए कर चोरी करने के लिए अक्सर विदेशी सिगरेट की तस्करी की जाती है।