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घर के पीछे आंगन में मौजूद तहखाने को समझ रहा था खाली, जब उसे खोला तो मिला कुछ ऐसा

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अमेरिका का एक कपल जब नए घर में शिफ्ट हुआ तो इस घर में बने तहखाने की सच्चाई ने उनको हैरान कर दिया. हालाँकि कपल को पहले से मौजूद था कि उनके घर में तहखाना है लेकिन वो इसे खाली समझ रहे थे. इस तहखाने में 14 साल बाद जब यह कपल इसकी हालत जानने के लिए 2013 में अंदर गए तो वहां रखे सामान को देखकर यह चौक गए.

तहखाने में था खाने पीने से लेकर एक्सप्लोसिव तक का सामान

दरअसल अमेरिका के निनाह शहर में 1999 में केन ज्विक और केरल होलर शिफ्ट हुए थे. उन्हें बताया गया कि 1960 के दशक में इस घर के मालिक ने कोल्ड वार से बचने के लिए यहां पर एक तहखाना बनाया था. कपल को लगा कि यह तहखाना 1960 में बना है तो जरूर खाली पड़ा है लेकिन मई 2013 में कपल ने इसे खोल अंदर देखा तो वो अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे. इस तहखाने बड़े-बड़े बॉक्स में खाने का सामान, साजो सामान और पानी भरा हुआ था. इन बॉक्स में भरा सामान बिल्कुल सही हालत में था. यहाँ रखे हर बॉक्स पर लेबल लगा था, खाने के सामान से लेकर साजो-सामान तक अलंग अलग लेबल लगे हुए थे. इस तहखाने में रखे एक्सप्लोसिव पर खतरे के निशान का लेबल लगा हुआ था.

बॉक्स में जरूरत का हर सामान

इस मकान के मालिक होलर ने बताया कि इस तहखाने के अंदर रखे बक्सों में हर वो जरूरी सामान था जिसकी 1960 में उम्मीद की जा सकती है. यहां रखे समान से कोई भी व्यक्ति दो हफ्ते इमरजेंसी में रुक सकता है. यहां रखे बॉक्स में खाना, कपड़ा, मेडिकल सप्लाई, टूल्स, फ्लैशलाइट्स और बैटरी जैसे कई काम के आइटम थे. कपल ने इस सामान की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कि है.

इसलिए बनाया था तहखाना

प्रोफ़ेसर ने तहखाना बनाने के पीछे बताया कि न्यूक्लियर ब्लास्ट की स्थिति में सुरक्षित रहने और जान बचाने के लिए नीनाह के लोग ऐसे शेल्टर बनाते थे. जब शहर के कई हिस्सों में रेडियोएक्टिव कॉन्टेमिनेशन फैला तो लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए ऐसा करना शुरू किया था.