भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (BSBD) अकाउंट होल्डर्स को तोहफा दी है. RBI एक गाइडलाइन लेकर आया है जिसके तहत सभी प्राइमरी (Urban) सहकारी बैंकों में बेसिक सेविंग एकाउंट्स और सभी राज्य या केंद्रीय सहकारी बैंकों को इन नए नियमों को मानना होगा. एकाउंट होल्डर्स को इसका लाभ 1 सितंबर से मिलेगा. बता दें कि BSBD अकाउंट जीरो बैलेंस एकाउंट को कहते हैं. यह एक प्रकार का सेविंग एकाउंट है, जिसमें एकाउंट होल्डर्स को फ्री में बैंकिंग सुविधाएं दी जाती है. जीरों बैलेंस एकाउंट में कितना भी बैलेंस रखो, इसकी कोई बाध्यता नहीं होती. इस पर किसी भी प्रकार का कोई जुर्माना नहीं लगाया जाता. जीरो बैलेंस एकाउंट को आप किसी भी बैंक में खोल सकते हैं.
RBI का फैसला-
RBI ने BSBD अकाउंट से जुड़ी सुविधाओं को बदलने का निर्णय लिया है. साथ ही बैंकों से BSBD अकाउंट में कुछ बेसिक जरूरी सुविधाएं देने के लिए कहा है.
आरबीआई ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है कि BSBD अकाउंट को सभी के लिए मौजूद सामान्य बैंकिंग सर्विस मानी जाएगी. >> ये अकाउंट उन लोगों को लिए बेहतर है जिन्हें खाते में न्यूनतम राशि भी नहीं रहती इसमें सीमित ट्रांजेक्शन भी होते हैं.
1 सितंबर से कौन सी मिलेंगी सुविधाएं->> एडवायजरी नोट के मुताबिक जीरो बैलेंस खाताधारक अब बैंक की शाखा के अलावा एटीएम और कैश डिपॉजिट मशीन में अपना पैसा जमा कर सकेंगे.
>> खाताधारकों के खाते में पैसा फंड ट्रांसफर या फिर यूपीआई की मदद से भी जमा हो सकेगा. यह महीने में कितनी भी बार किया जा सकेगा.
>> वहीं लोग महीने में एटीएम सहित चार बार पैसा निकाल सकेंगे.
>> ऐसे खाताधारकों को एटीएम सह डेबिट कार्ड भी मिलेगा.
>> बैंक ऐसे ग्राहकों को चेक बुक भी जारी कर सकते हैं.
>> बैंक किसी भी ग्राहक को चेक बुक सुविधा लेने पर उसके खाते को बचत खाते में नहीं बदल सकते हैं.
यदि आपके पास सेविंग एकाउंट है और आप जीरो बैलेंस एकाउंट खोलना चाहते हैं तो आपको अपना जीरो बैलेंस एकाउंट खोलने के 30 दिन के भीतर सेविंग एकाउंट क्लोज करना होगा. साथ बैंक को लिखकर देना होगा कि आपके पास कोई भी जीरो बैलेंस एकाउंट नहीं है.