अटल विश्वविद्यालय ने नए सत्र में बीए, बीकॉम, बीएससी, एलएलबी सहित ज्यादातर विषयों के सिलेबस बदल दिए हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव बताया कि अभी बीकॉम में तीन साल के सिलेबस में बदलाव किया गया है बाकी सभी विषयों में फ़र्स्ट ईयर के विषय में बदले गए हैं। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में नया सिलेबस लागू हुआ है, इसमें राज्य की सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्टडीज के फैसले के बाद सिलेबस में बदलाव हुए हैं।
साल दर साल बदला जाएगा पूरा पाठ्यक्रम
- सितंबर की शुरुआत तक नई पुस्तकें बाजार में उपलब्ध होंगी तब तक कॉलेजों में पुरानी किताबों से पढ़ाई हो रही है। बीए, एलएलबी, माइक्रोबायोलॉजी जैसे क्लासेस में अभी फर्स्ट ईयर से नया सिलेबस लागू किया गया है साल-दर-साल इनका पूरा पाठ्यक्रम बदला जाएगा। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बताया कि सिलेबस में बड़े स्तर में बदलाव नहीं किया गया है। स्टूडेंट्स और प्रोफेसरों को दिक्कतें नहीं होगी, किसी तरह की परेशानी आती है तो वह विश्वविद्यालय दूर करेगा।
- इन विषयों के सिलेबस में बदलाव किया गया बिलासपुर विश्वविद्यालय ने समाज शास्त्र, भूगोल, भू गर्भ शास्त्र, गणित, राजनीतिक विज्ञान, इतिहास, विधि, सूक्ष्म जीव विज्ञान, वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, गृह विज्ञान, कम्प्यूटर सांईस, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, रसायन शास्त्र, हिन्दी और संस्कृत एवं बायोटेक्नोलॉजी जैसे विषयों के सिलेबस बदले गए हैं।
- अभी हम पुराना सिलेबस ही पढ़ाएंगे गर्ल्स कॉलेज की आर्ट्स की प्रोफेसर डॉ सुषमा तिवारी ने बताया कि अधिकांश विषयों के सिलेबस में बदलाव किया है। इसकी जानकारी विश्वविद्यालय से आई है पर अभी नई पुस्तकें मार्केट में नहीं आई हैं। अभी पुराने सिलेबस में ही पढ़ाई कराई जा रही है। इसी तरह लॉ के तीन वर्ष से जुड़े के सिलेबस में बदलाव किया गया है।
- बीकॉम में सिलेबस कम हुआ है पीडी कॉमर्स कॉलेज के कॉमर्स एचओडी डॉ बीके पटेल ने बताया कि जीएसटी आने की वजह से बीकॉम के तीनों वर्षों के सिलेबस बदले हैं। नए सिलेबस में बिजनेस मैथ्स, फाइनेशियल एकाउंटिंग, इनकम टैक्स का 10-15 फीसदी तक सिलेबस कम हो गया है। इनडायरेक्ट टैक्स का सिलेबस पूरा नए स्वरूप में आया है।
- कोई दिक्कत हो तो विश्वविद्यालय से संपर्क करे विश्वविद्यालय ने अधिकांश सभी विषयों के सिलेबस में बदला है, इसे बोर्ड ऑफ स्टडी की बैठक निर्णय लेने के बाद सभी विश्वविद्यालय के सब्जेक्ट्स बदले गए है। सभी विषयों के पुस्तकों अगस्त के अंत तक बुक स्टॉल उपलब्ध हो जाए यह कोशिश कर रहे है। यदि प्रोफेसरों को पढ़ाई में किसी भी तरह की दिक्कत आएगी तो वे विश्वविद्यालय से संपर्क कर सकते है।