जम्मू और कश्मीर (Jammu and kashmir) में धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए हटाने के बाद बीजेपी बेहद उत्साह में है. बीजेपी (BJP) अलग-अलग तरीके से इसे उत्सव की तरह तो मना रही है. वहीं अब इसे कांग्रेस (Congress) के खिलाफ हथियार की तरह भी इस्तेमाल भी किया जाएगा. इसके लिए गांव गांव जाकर लोगों को बताया जाएगा कि कांग्रेस केन्द्र सरकार के इस फैसले के विरोध में तो है, लेकिन विरोध के लिए सही तर्क भी नहीं दे पा रही है.
जम्मू -कश्मीर को लेकर देश भर के लोगों में एक अलग ही भावनात्मक लगाव है. इसका लाभा बीजेपी लेने की कोशिश कर रही है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) का दावा है कि जो ऐतिहासिक फैसला उनकी सरकार ने लिया है, उसके बाद लोगों को बीजेपी से और स्नेह हो गया है. भरोसा बढ़ गया है. वहीं कांग्रेस के प्रति नाराजगी भी है. रायपुर सांसद सुनील सोनी (MP Sunil Soni) का कहना है कि केंद्रीय नेत्रृत्व से निर्देशित किया गया है कि कांग्रेस (Congress) की इस पूरे मसले पर जो सोच रही उसे राज्य भर में गांव गांव में जाकर बताया जाए. कार्यकर्ताओं को छोटे-छोटे आयोजन करने के लिए कहा गया है. ताकि कांग्रेस के खिलाफ माहौल बने.
बीजेपी का तरीका गलत
वहीं इस पूरे मसले पर कांग्रेस का कहना है कि राज्य ही नहीं देश की जनता जानती है कि बीजेपी कैसी है. राज्यसभा सांसद व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता छाया वर्मा कहती हैं कि कश्मीर मसले को लेकर केन्द्र सरकार को जो तरीका था वो गलत था. ऐसे में इससे कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा. बहरहाल बीजेपी की सोच है कि यदि बात उनके मुताबिक लोगों तक पहुंच गई तो इसका लाभ उन्हें निकाय चुनाव में भी मिलेगा. वहीं पार्टी कि छवि भी मजबूत होगी. अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इसके बाद क्या करती है.