पुणे जिले में बाढ़ पर नियंत्रण पा लिया गया है. निवारा केंद्र से लोग धीरे धीरे अपने घरों को जाने लगे है. लेकिन घर जाने के बाद उन्हें अलग ही तरह के संकट का सामना करना पड़ रहा है. सांगली के घरों में करीब 250 सांप मिलने की जानकारी सामने आई है। सर्पमित्रों की मदद से उन्हें पकड़ कर गैर आवासीय क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया है. सांगली में बड़े पैमाने पर विभिन्न प्रकार की पक्षियों से लेकर घातक प्राणी मिल रहे है. सांगली में आई बाढ़ के कारण जानवर, आम लोगों की हालत ख़राब हो गई है. ऐसे में बाढ़ के साथ आये कई सांप डूब कर घरों में आ गए है. सर्पमित्रों की मदद से उन्हें बाहर निकाल कर उन्हें गैर आवासीय क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया है.
बाढ़ में मरने वालों की संख्या 56 तक पहुंची
कोल्हापुर व सांगली में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 56 तक पहुंच गई है जबकि दो लोग लापता है. दोनों जिले में नदी का पानी खतरे के निशान से नीचे चली गई है। सभी गावों का संपर्क पूर्ववत हो गया है. यह जानकारी विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने दी.
स्ट्रक्टचरल ऑडिट होगा
सांगली और कोल्हापुर के पुराने प्रभावित सरकारी बिल्डिंगों, स्कूलों, समाज मंदिरों और पुल का स्ट्रक्टचरल ऑडिट होगा। स्कूल शुरू होने पर विधार्थियों को स्कूली सामग्री दी जाएगी।
नुकसान हुए घरों के सर्वे का काम शुरू
पुनर्वसन का काम तेज़ी से शुरू हो गया है. 63 हज़ार 697 बाढ़ प्रभावित \परिवारों के बीच 32 करोड़ 84 लाख 85 हज़ार रुपए का वितरण किया गया है. नुकसान हुए घरों के सर्वे का काम तेज़ी से चल रहा है. बाढ़ में एक हज़ार 519 घरों को पूर्णतः, जबकि 19 हज़ार 780 घरों को अंशतः कुल 21 हज़ार 299 घरों को नुकसान पहुंचा है. ९-
सांगली जिले के चार तालुका के 104 गावो में 87 हज़ार 939 परिवार प्रभावित हुए है. इनमे से 45 हज़ार 293 ग्रामीण जबकि 42 हज़ार 646 शहरी परिवार शामिल है. निवारा केंद्र में शहरी भाग के एक हज़ार 760 जबकि ग्रामीण क्षेत्र के एक है हज़ार 394 नागरिक लोग शामिल है. कोल्हापुर जिले के 12 तालुका के तहत 375 गावों में एक लाख दो हज़ार 557 परिवार प्रभावित हुए है इनमे से शहरी क्षेत्र के 18 हज़ार 198 लोग जबकि ग्रामीण क्षेत्र के 27 हज़ार 436 लोग निवारा केंद्र में हैं.