अब छत्तीसगढ़ में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) को स्कूल के पाठ्यक्रम (School Syllabus) में शामिल करने की तैयारी की जा रही है. राजीव गांधी द्वारा किए गए सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) और तकनीक के क्षेत्र में किए गए कार्यों को स्कूली बच्चे (Students) अपनी किताबों में पढ़ेंगे. राज्य सरकार इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने जा रही है.
राजीव गांधी की 75वीं जयंती के मौके पर कांग्रेस सरकार (Congress Government) ने ये ऐलान किया है. कांग्रेस का मानना है कि राजीव गांधी का जीवन सीख लेने लायक है. इसलिए उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों को बच्चों को सीखना चाहिए. अब सरकार इस फैसले पर विचार और चर्चा कर रही है. कहा जा रहा है कि जल्द की एक प्रस्ताव (Offer) भी तैयार कर लिया जाएगा.
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कही ये बात:
जानकारी देते हुए स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम (Premsai Singh) ने कहा कि राजीव गांधी द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर कार्य किए गए, जिससे हम सब को प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने युवाओं के लिए भी काफी कार्य किया है. अब उन कार्यों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि राजीव गांधी के 75वें जयंती के मौके पर शिक्षा मंत्री ने यह जानकारी दी. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) का कहना है कि पंचायती राज, संचार क्रांति या फिर पर्यावरण को लेकर उन्होने कई कार्य किए हैं. देश की एकता अखंडता के लिए उन्होने कई कार्य किए हैं, जिससे हम सभी को सीख लेनी चाहिए.
सरकार के इस फैसले पर विपक्ष ने अब निशाना साधा है. बीजेपी (BJP) प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कांग्रेस द्वारा स्कूल बच्चों के पाठ्यक्रम में राजीव गांधी को जोड़ता तुष्टीकरण का एक मामला है. कांग्रेस को पार्टी के अंदर गांधी भक्ति जरूर करे, लेकिन बाहर ऐसी चीजें करना गलत है. देश के पूर्व प्रधानमंत्री के प्रति हमारा पूरा सम्मान है. अटल जी के समय में भी सूचना और संचार के क्षेत्र में कई कार्य किए गए है. बेहतर होता कांग्रेस राजीव गांधी जी के साथ अटल जी का भी नाम जोड़ लेती.