बस अब एक क्लिक करने की देर है और बस भोपाल ज़िले के गुंडे-बदमाशों का पूरा कच्चा चिट्ठा आपके सामने होगा. भोपाल पुलिस ने इन गुंडे-बदमाशों की पूरी आपराधिक कुंडली कम्प्यूटर में क़ैद कर ली है. पूरे 62 प्वाइंट में गुंडे-बदमाशों की कुंडली तैयार की गई है जो रोज अपडेट की जा रही है.
भोपाल
पुलिस अब तू डाल-डाल..मैं पात-पात की राह पर चल पड़ी है. अपराधियों ने
जनता और पुलिस दोनों की नाक में दम की तो पुलिस भी अब कम्प्यूटर लेकर बैठ
गयी.
उसने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए नये फॉर्मूले पर काम
शुरू कर दिया. उसने चुन-चुन कर शहर के कुख्यात गुंडे पहचानों का डिजिटल
डाटा तैयार करना शुरू कर दिया.
बदमाशों का डोजियर
पुलिस ने पुराने छटे हुए बदमाशों के बारे में खोज-ख़बर शुरू की और जल्द ही
उनका पूरा डाटा तैयार कर लिया. इसमें गुंडे-बदमाशों के नाम से लेकर उनकी
लोकेशन, अपराध, परिवार का ब्यौरा सब शामिल है. ऐसे एक नहीं पूरे 3000 से
ज़्यादा गुंडे इस वक्त ज़िले में सक्रिय हैं. उन सबका डोजियर तैयार किया
गया है.
पुलिस के इस डाटा में ए, बी, सी, डी और ई प्रोफाइल हैं. इनमें
अलग-अलग 62 बिंदुओं पर हर बदमाश की जानकारी भरी जा रही है.इन बिंदुओं में
अपराधियों के वारदात का तरीका, अपराधों की संख्या, शारीरिक स्थिति,
रिश्तेदारी की डिटेल, आर्थिक स्थिति समेत आपराधिक गतिविधियों की जानकारी
शामिल है.
शहर के सभी थानों को जोन में बांट कर दस-दस पुलिसवालों हर
जोन के बदमाशों का डिजिटल डाटा तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है. थाना
स्तर पर हर रोज अपराधियों के डाटा को अपडेट भी किया जा रहा है. भोपाल
क्राइम ब्रांच को नोडल एजेंसी बनाया गया है, जो इस डाटा को कम्प्यूटर में
डाल रही है.
800 अपराधी बढ़े
नए और पुराने शहर
में जनता के लिए दहशत की वजह बनने वाले 800 नए बदमाश बढ़े हैं.साथ ही पूरे
शहर में तीन हजार से ज्यादा अपराधी सक्रिय हैं.शरीर से संबंधित अपराध करने
वाले और संपत्ति संबंधी अपराध करने वाले बदमाशों को अलग-अलग कैटेगरी में
रखा गया है.