सायरा बानो इन दिनों अपना पूरा समय पति दिलीप कुमार की सेवा में बिताती हैं। अपने समय की सबसे खूबसूरत हीरोइन कही जाने वाली सायरा बानो अब लाइम लाइट से पूरी तरह से दूर हैं। 23 अगस्त को सायरा का जन्मदिन है। इस मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़े अनसुने किस्से बताते हैं।
सायरा ने महज 17 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी ।
सायरा की पहली फिल्म 1961 में आई। फिल्म का नाम था
‘जंगली’ और उनके साथ थे शम्मी कपूर। यह फिल्म जबरदस्त हिट रही। इस फ़िल्म के
लिए सायरा को बेस्ट एक्ट्रेस के फिल्म फेयर अवार्ड के लिए भी नामांकित
किया गया था।
इसके बाद साल 1968 में आई फिल्म ‘पड़ोसन’ ने उन्हें दर्शकों के बीच बेहद
पॉपुलर बना दिया। 60 और 70 के दशक में सायरा बानो एक सफल अभिनेत्री के रूप
में बॉलीवुड में जगह बना चुकी थीं। फिल्मों से ज्यादा सायरा दिलीप कुमार के
साथ रिलेशन को लेकर सुर्खियां बटोरती रहीं ।
सायरा जब छोटी थीं तो अपनी अम्मी की तरह एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। 12 साल
की उम्र से ही सायरा, दिलीप कुमार को बेहद पसंद करती थीं । जब ये चाहत
दिलीप कुमार के सामने आई तब उनकी उम्र 44 साल थी और सायरा उस वक्त सिर्फ 22
साल की थी। दो बार प्यार में नाकामयाब रहे दिलीप सायरा में कोई दिलचस्पी
नहीं दिखा रहे थे।
उम्र के फर्क के चलते भी दिलीप इस रिश्ते से कतरा रहे थे लेकिन वह ये बात जान चुके थे कि सायरा उनसे बेइंतेहा मोहब्बत करती हैं। 1966 में दिलीप कुमार और सायरा बानो ने अपनी मोहब्बत का एलान कर दिया और शादी कर ली । दिलीप कुमार पर वैसे तो देश-विदेश की कई लड़कियां जान छिड़कती थीं, लेकिन उन्हें सायरा बानो पसंद आईं।
दिलीप कुमार से पहले सायरा का दिल राजेन्द्र कुमार पर आया था। राजेन्द्र शादीशुदा और तीन बच्चों के पिता थे। सायरा की मां नसीम को जब यह भनक लगी, तो उन्हें अपनी बेटी की नादानी पर बेहद गुस्सा आया। नसीम ने अपने पड़ोसी दिलीप कुमार से कहा कि वो सायरा को समझाएं।
दिलीप कुमार ने बड़े ही बेमन से यह काम किया क्योंकि वे सायरा के बारे में ज्यादा जानते भी नहीं थे । बाद में सायरा दिलीप कुमार को ही अपनी दिल दे बैठीं। अल्जाइमर से पीड़ित दिलीप साहब का सायरा पूरा ख्याल रखती हैं। कहीं जाना होता है तो दोनों साथ ही जाते हैं और आज तक जिंदगी के हर मोड़ पर दोनों एक-दूसरे के साथ खड़े दिखते हैं ।