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KBC में पहुंचीं वो महिला, जिनके पैरों को छूकर अमिताभ ने किया स्वागत

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कौन बनेगा करोड़पति 11 में शुक्रवार के दिन ऐसी शख्स‍ियत आने जा रही है, जिसका खुद सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने खड़े होकर स्वागत किया. इतना ही नहीं जब वो मंच पर पहुंचीं तो अमिताभ बच्चन ने उनके पैर छुए. अमिताभ बच्चन ने उन्हें पूरे आदर सम्मान के साथ हॉट सीट पर बैठाया. अब सवाल है कि आख‍िर कौन है ये महिला? तो ये हैं सिंधुताई सपकाल.

सिंधुताई सपकाल एक समाज सेविका हैं. उन्हें अनाथों की मां कहते हैं. उन्हें अब तक राष्ट्रपति सम्मान से अलावा 750 अवॉर्ड दिए जा चुके हैं. सिंधुताई सपकाल ताई के नाम से जानी जाती हैं, वो जब किसी बच्चे को सड़क के किनारे रोता, अनाथ देखती हैं तो बस उसे अपना लेती हैं.

सोनी टीवी के इंस्टाग्राम पर उनका परिचय देते हुए एक क्ल‍िप जारी किया गया, जिसमें सिंधुताई सपकाल कहती हैं मैं बच्चों से बस इतना कहती हूं कि रोते-रोते हंसना सीखो, कोई अकेला नहीं है. मैं मां हूं तुम्हारी.

महाराष्ट्र के पुणे में बसी सिंधुताई सपकाल की छोटी सी दुन‍िया में हर किसी का स्वागत है. वो सबको अपनाती हैं, जिसका कोई नहीं होता, वो कहती हैं कि मैं हूं सबके लिए. सिंधुताई सपकाल के बारे में उनकी संस्थान के लोग कहते हैं कि उन्होंने अपने बच्चे को किनारा करते हुए अनाथ बच्चों को अपनाया है, उस मां के बारे में क्या कहें. उसने हमारे लिए कितना किया है.

70 साल की सिंधुताई सपकाल ने अब तक 1200 बच्चों को सहारा दिया है. लेकिन सवाल उठता है कि वो इनका खर्च कैसे उठाती हैं. इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि मैं बहुत घूमती हूं. दिन भर भाषण देती हूं, तब जाकर लोग मदद को आते हैं. जब शाम को घर लौटती हूं तो बच्चा लोग राह देखते हैं कि मां आई हैं खाने को देगी.

सिंधुताई सपकाल ने जिंदगी में बहुत से पड़ाव देखे हैं. इनके बारे में जिक्र करते हुए केबीसी के मंच पर अमिताभ बच्चन ने सिंधुताई सपकाल से ए‍क दिलचस्प सवाल पूछा. उन्होंने पूछा कि सुना है आप बस गुलाबी रंग की साड़ी पहनती हैं. इसके पीछे वजह क्या है?

इस सवाल का सरलता से जवाब देते हुए सिंधुताई सपकाल ने अपना आंचल अमिताभ बच्चन की ओर दिखाते हुए कहा, जिंदगी में इतना काला देखा है कि अब कुछ तो गुलाबी रहने दो. ये जवाब सुनकर केबीसी का मंच तालियों से गूंज उठा.

अमिताभ बच्चन ने सिंधुताई सपकाल से सवालों-जवाबों की कड़ी में निजी जिंदगी से जुड़ा एक सवाल किया कि आपके साथ किसी ने भी कितना बुरा किया, सबको माफ किया आपने.

इस पर सिंधुताई सपकाल ने कहा, सबसे पहले तो मैंने अपने पति को माफ किया. ससुराल से पत्थर मारकर निकाल दिया था. लेकिन उन्होंने निकाला तभी तो बड़ी बनी, यहां तक पहुंची. जब वो आना चाहे तो मैंने कहा, अब मुझे पत्नी बनकर नहीं रहना, बच्चा बनकर आ सकते हो तो देखो. सिंधुताई सपकाल की इस दिलेरी को देख अमिताभ बच्चन भी तालियां बजाते नजर आए.

बता दें सिंधुताई को अपनों ने ठुकरा दिया था. लेकिन आज उनका बहुत परिवार बहुत बड़ा है. उनके 207 जमाई हैं, 36 बहुएं हैं और 1000 से अधिक पोते-पोतियां हैं. आज भी वो अपने काम को बिना रुके करती जा रही हैं.