दिग्गज कांग्रेसी नेता चार्ल्स पाइनग्रोपे ने कहा कि कांग्रेस अभी भी मजबूत है, केंद्र और राज्य में सत्ता में नहीं होने के बावजूद राजनीति में उसकी मौजूदगी को खारिज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह लोगों के जनादेश पर निर्भर करता है और पार्टी गायब नहीं होगी। केंद्र में कांग्रेस 2014 में सत्ता में विस्थापित हो गई थी और एनपीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने 2018 में सत्ता की बागडोर संभाली।
संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कैसे कमजोर हो सकती है? केवल इसलिए कि यह राज्य में या देश में नहीं है, इसका मतलब यह है कि कांग्रेस पार्टी का सफाया हो जाएगा, एेसी बात नहीं है। पाइनग्रेपे ने कहा कि किसी भी कांग्रेस विधायक ने अपने सहयोगियों के साथ पार्टी छोड़ने की इच्छा नहीं जताई है। 2019 के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए पाइनग्रेपे ने कहा कि कांग्रेस का भविष्य अभी भी उज्ज्वल है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास एक मजबूत नींव है। जब अंपरीन लिंग्दोह के पार्टी छोड़ने के कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लेटुम्खरा के कांग्रेस विधायक ने पार्टी हाई कमान के सामने कुछ भी व्यक्त नहीं किया है। उन्होंने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंन कहा कि पार्टी शेला उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।