महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के पाला बदलने का खेल फिर शुरू हो चुका है। इस बार जो ट्रेंद देखने को मिल रहा है उसमें भाजपा नेताओं की पहली पसंद बनी हुई है। मोदी लहर के कारण नेता भाजपा में अपना भविष्य ज्यादा उज्ज्वल देख रहे हैं। इन तीनों राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। झारखंड में भी दूसरी पार्टियों के नेता भाजपा में शामिल होने की दौड़ में लगे हुए हैं। भाजपा में शामिल होने वालों में सर्वाधिक संख्या झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के नेताओं की है। भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में झाविमो के लक्ष्मण स्वर्णकार, योगेंद्र प्रताप सिंह, नीलम देवी, केके पोद्दार, मुन्ना मल्लिक और प्रभात भुईयां शामिल हैं। माना जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के निलंबित विधायक जयप्रकाश भाई पटेल भी जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना को मिले प्रचंड बहुमत के बाद दूसरे दलों के कई नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। इसमें से सबसे ज्यादा संख्या कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की है। भाजपा और शिवसेना में शामिल होने वाले नेताओं में राधाकृष्ण विखे पाटिल, शिवेंद्रराजे भोसले, संदीप नाईक, वैभव पिचड़, मधुकर पिचड़, कालिदास कोलंबकर, चित्रा वाघ, संग्राम जगताप सहित कई अन्य नेताओं के नाम शामिल हैं। इसके अलावा एनसीपी के मुंबई अध्यक्ष सचिन अहीर ने भी हाल में ही भाजपा ज्वाइन किया है।
हरियाणा में अक्टूबर में चुनाव प्रस्तावित है। इससे पहले वहां के कई विपक्षी दलों के नेताओं में भगदड़ देखी जा रही है। अब तक इंडियन नेशनल लोक दल के 10 विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। विधायक रणबीर गंगवा, परिमंद्र सिंह ढुल, जाकिर हुसैन, केहर सिंह रावत, बलवान सिंह दौलतपुरिया, मक्खन सिंगला, रामचंद्र कंबोज, प्रो. रविंद्र बलिया और नगेंद्र भड़ाना भाजपा में शामिल हो चुके हैं।