आज के समय में यदि हमारे सामने कोई सबसे बडी समस्या है तो वो हैं पर्यावरण प्रदूषण की समस्या जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है और इस प्रदूषण को बढाने में प्लास्टिक अपना सबसे बडा रोल अदा करता है । लेकिन आज हम आपको एक ऐसी पानी की बोतल के बारे में बताएंगे जो कि प्लास्टिक की बनी ही नहीं है और इससे पर्यावरण को भी कोई खतरा नहीं होता है ।
असम के एक उद्यमी इन दिनों अपने नए आविष्कार को लेकर इंटरनेट में छा गए हैं जिन्होंने बांस की बोतलों का आविष्कार किया है । गुवाहाटी के बिश्वनाथ चाराली में रहने वाले धृतिमान बोरा ने इन बांस की बोतलों का आविष्कार किया है । धृतिमान के अनुसार, उन्हें बांस की कटाई, सुखाने पॉलिशिंग जैसे अन्य प्रोसेस को मिलाकर 1 बोतल बनाने में कम से कम 4 से 5 घंटे का समय लगता है ।धृतिमान का कहना है कि इन्हें बनाने में उन्हें लगभग 17 साल लगे हैं । बांस की ये ऑर्गेनिक बोतलें एकदम वॉटर प्रूफ हैं ।
आपको बता दें कि, ये बोतलें टिकाऊ बांस – भालुका के साथ बनाई गई हैं । इन बोतलों की बाहरी परत को वाटरप्रूफ ऑयल से पॉलिश किया गया है । यहां तक की बोतल का ढक्कन भी बांस से तैयार किया गया है । बांस से बनी ये बोतलें पूरी तरह जैविक हैं । आपको यह बोतलें आसानी से ऑनलाइन मिल जाएगी । इन बोतलों की कीमत करीब 400 से 600 रुपए तय की गई है ।