जयपुर, आभूषण आमतौर पर सोने से बनाए जाते हैं। लेकिन ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने सोने का निर्माण किया है जिसका उपयोग दूसरे उद्देश्य के लिए किया जाएगा। यह दुनिया का सबसे पतला सोना है। लीड्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने सोने का यह नया रूप बनाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोने में इंसानों के नाखूनों की तुलना में करीब 1 मिलियन गुना पतला होता है। इसकी मोटाई 2.5 नैनोमीटर है। यह सोना दो चीजों से बना है। यह माना जाता है कि आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले सोने की तुलना में लगभग 4 गुना अधिक उपयोगी है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, सोने का यह 3-डी रूप प्रौद्योगिकी के विकास में बहुत फायदेमंद होगा। इसका उपयोग कैंसर चिकित्सा उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का विस्तार करेगा।
वर्तमान में, एयरोस्पेस, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में उपकरणों का उत्पादन करने के लिए सोने का उपयोग किया जाता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि सोने का यह नया रूप मेडिकल परीक्षणों को गति देगा और पानी की सफाई की प्रक्रिया को और बेहतर बना देगा। वहीं, इसके इस्तेमाल से मशीनों की लागत बढ़ेगी, जिससे निर्माताओं को फायदा होगा।
शोध के प्रोफेसर स्टीवन इवांस ने कहा, ‘हमें 2 डी गोल्ड के उपयोग के लिए कुछ विचार मिले हैं। विभिन्न स्थानों का उपयोग करके इसका लाभ उठाया जा सकता है। हम जानते हैं कि सोना अब की तुलना में अधिक प्रभावी होगा।