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तब कांग्रेस से चुनाव लड़ने के चक्कर में हुआ था अलका लांबा का तलाक!

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दिल्ली की चांदनी चौक (Chandni Chowk) सीट से विधायक रहीं आम आदमी पार्टी की बागी अलका लांबा के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) से मुलाकात के बाद अटकलें हैं कि लांबा फिर कांग्रेस का दामन थाम सकती हैं. कांग्रेस (Congress Party) के साथ ही अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाली अलका शुरू से ही चर्चाओं में रही हैं. कभी राजनीतिक जीवन से जुड़े विवादों (Political Controversy) के कारण तो कभी निजी जीवन से. हालांकि कम ही लोग अलका के निजी जीवन के बारे में जानते हैं कि उनकी शादी कैसे हुई थी, क्यों टूटी थी और क्या विवाद रहा था. ये भी जानें कि वो और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के साथ जुड़ी किन बातों के कारण चर्चा में रहीं.

कांग्रेस से कांग्रेस तक वाया ‘आप’
एनएसयूआई (NSUI) की छात्र राजनीति से कांग्रेस में सचिव तक रह चुकीं अलका ने 2014 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेकर उसके टिकट पर 2015 का विधानसभा चुनाव (Delhi Election) लड़ा और जीता. लेकिन, अगले चार सालों में ही आप के साथ उनके तार कई बार उलझते रहे. कई मुद्दों पर सीधे केजरीवाल और आप सरकार (Delhi Government) से भिड़ चुकीं अलका को लेकर कहा जा रहा था कि वह शायद निर्दलीय प्रत्याशी (Independent Candidate) के तौर पर अगला विधानसभा चुनाव लड़ें लेकिन अब सोनिया गांधी के साथ मुलाकात और अलका के ट्वीट के बाद चर्चा है कि वह फिर कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. अलका के निजी जीवन से पहले राजनीतिक जीवन में उनके रिश्तों को लेकर रहीं चर्चाओं के बारे में जानें. 

राजनीतिक मुठभेड़ और मतभेद की बात तो जगज़ाहिर है, लेकिन निजी स्तर पर अलका के केजरीवाल के संबंध कैसे रहे? इस बारे में कई बार कई तरह की चर्चाएं, अफ़वाहें और खबरें आती रहीं. एक मीडिया रिपोर्ट में सीधे कहा गया कि केजरीवाल कई बार अलका और स्वाति मालीवाल जैसी महिला नेताओं के साथ फ्लर्ट करते देखे गए. फॉक्सी की इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि केजरीवाल अलका को ‘आलू’ कहकर बुलाते थे.

एक आरटीआई के खुलासे के हवाले से कहा गया कि केजरीवाल ने एक राजनीतिक कार्यक्रम में दो घंटों के दौरान 80 हज़ार रुपये की शराब पी थी. इस खुलासे के बाद जब विवाद हुआ तो अलका खुलकर केजरीवाल के समर्थन में आईं और कहा कि वो ‘अरविंद जी’ को निजी तौर पर जानती हैं इसलिए दावा कर सकती हैं कि वो शराब पीते ही नहीं हैं. इस तरह के बयान के बाद ​मीडिया में कहा गया कि ऐसा दावा तो केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने भी इतने पुरज़ोर ढंग से कभी नहीं किया.

साल 2003 में जब अलका का तलाक हुआ था, उस समय टाइम्स ऑफ इंडिया ने जो रिपोर्ट छापी थी, उसके मुताबिक अलका के पति लोकेश कपूर ने उन पर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते फ्लैट जबरन कब्ज़ा लेने और ससुराल पक्ष के साथ बुरा बर्ताव करने के आरोप लगाए थे. लेकिन कहानी कुछ पहले से शुरू हुई थी जब एनएसयूआई की राजनीति के दिनों में अलका दिल्ली के एक रईस लोकेश के संपर्क में आई थीं.

दोनों के बीच जल्द ही डेटिंग शुरू हुई और फिर जब दोनों ने शादी का फैसला किया तो दोनों के परिवारों ने भी शादी के लिए रज़ामंदी दी. लव कम अरेंज मैरिज के बाद दोनों के एक बेटा भी हुआ. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लोकेश को अलका से यही शिकायत थी कि वह अपनी राजनीतिक हसरतों के चक्कर में परिवार की कद्र नहीं कर रही थीं. ये अस्ल में 2003 के चुनावों के पहले का वक्त था, जब पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अलका सक्रिय थीं.

साल 2003 में लोकेश ने जब तलाक मांगा तो कहा जाता है कि अलका ने कोई हिचक नहीं दिखाई. फिर लोकेश ने आरोप लगाए थे कि अलका ने उनके फ्लैट को जबरन राजनीतिक दफ्तर बना लिया था, ​परिवार पर ध्यान नहीं देती थीं और लोकेश के परिवार के साथ ठीक बर्ताव नहीं करती थीं. हालांकि इन आरोपों पर अलका का बयान या पक्ष कभी नहीं छापा गया. वहीं, लोकेश ने अपने बेटे की कस्टडी के लिए भी दावा किया था.