शरीर को स्वस्थ रखने में खून का दौरा अहम भूमिका निभाता है। खून की कमी, गाढ़ापन, ब्लड क्लॉट या फिर शरीर में जरूरत से ज्यादा ब्लड होना हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। ऐसे में जरूरी है कि शरीर में किसी भी तरह का कोई रक्त विकार न हो। आज हम आपको कुछ ऐसे ही सुपरफूड्स के बारे में बताएंगे, जो खून को पतला करने के साथ अन्य रक्त विकार को भी दूर करेंगे। साथ ही इससे हार्ट अटैक का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाएगा।
हल्दी
एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भपूर हल्दी का सेवन सिर्फ रक्त विकार को ही नहीं दूर करती बल्कि इससे आप अन्य कई बीमारियों से भी बचे रहते हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व थक्का-रोधी के रूप में कार्य करता है। आप इसे खाने में इस्तेमाल करने के साथ-साथ हल्दी वाला पानी भी बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा हल्दी वाला दूध पीना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
अदरक
औषधीए गुणों से भरपूर अदरक का सेवन भी खून को पतला करने के साथ हार्ट अटैक का खतरा कम करता है। साथ ही इससे आप कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचे रहते हैं। आप अदरक की चाय को अपनी डेली रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।
मछली का तेल
मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड, ईपीए और डीएचए के गुण होते हैं जो खून को पतला करने में मददगार है। मछली के तेल को खाने में शामिल करें। डॉक्टरी सलाह से मछली के तेल का कैप्सूल भी खा सकते हैं।
लाल मिर्च
लाल मिर्च में सैलिसिलेट्स नामक तत्व होता है, जो खून को पतला करने में मदद करता है। साथ ही रोजाना लाल मिर्च का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी काफी मदद करता है। इसके अलावा इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।
दालचीनी
दालचीनी का इस्तेमाल खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन यह एक शक्तिशाली थक्कारोधी है। दालचीनी की चाय पीने से ना सिर्फ खून पतला होता है बल्कि यह कोलेस्ट्राल लेवल को भी कंट्रोल करता है। इससे आप लिवर से जुड़ी समस्याओं से भी बचे रहते हैं।
लहसुन
लहसुन के एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में जमा फ्री रेडिकल को खत्म करने का काम करते हैंश जिससे ब्लड प्रैशर सामान्य रहता है और यह खून के प्रवाह को संतुलित करने के साथ खून को पतला करने में भी मददगार है।
साल्मन
ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर मछली का सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, वे रक्त में थक्के जमने की संभावना को कम करने के लिए जाने जाते हैं।