राजधानी रायपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में देश और विदेश के लोग छत्तीगढ़ पहुंचे। यहां की उन्हें आबोहवा खूब पसंद आई। आने वाले सभी मेहमानों का छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी स्मृति में यह स्वागत हमेशा रहेगा। वहीं यहां के खानपान ने उन्हें काफी प्रभावित किया। इसमें घाना अफ्रीका से आए सीमॉन बोके और कैथ कोलिंग वूड विलियम का कहना है कि वे पहली बार छत्तीसगढ़ आए हैं। उन्हें यहां के लोगों की आत्मीयता व स्वागत से बहुत खुशी हुई। वहीं यहां का मुनगा काफी भाया। उनका कहना है कि इस तरह के आयोजन से कृषि उत्पादों को देखने समझने और उसे अपनाने का अवसर मिलता है। यहा मोरिंगा (मुनगा) की कई प्रजातियां देखने को मिलीं। मुनगा में औषधीय गुण औश्र आयरन की मात्रा अधिक है। इसकी अलग-अलग किस्मों का अपने देश में उत्पादन कर पाउडर, बिस्किट,चॉकलेट के रूप में तथा अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मिश्रण कर जनसामान्य को उपलब्ध कराने की दिशा में हम योजना बना रहे हैं। यहां के भूरे चावल में भी पौष्टिकता है। छत्तीसगढ़ के अन्य कृषि उत्पादों को भी हमने ध्यान में रखा है। अपने देश जाकर वहां की टीम के साथ चर्चा करने के बाद यहां के उत्पादों को क्रय करने की दिशा में कदम उठाएंगे।