मोदी सरकार के बजट में नौकरीपेशा वालों के लिए इनकम टैक्स स्लैब में कोई राहत नहीं दी थी। लेकिन मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो इस मामले में जल्द खुशखबरी मिल सकती है। बताया जा रहा है कि डायरेक्ट टैक्स कोड में दिए गए प्रस्तावों में कुछ प्रस्ताव सैलरीड क्लास के लिए भी थे, जिन्हें अगर मान लिया गया तो नौकरीपेशा वालों की बल्ले-बल्ले हो सकती है।
दरअसल, डायरेक्ट टैक्स कोड की एक कमेटी ने वित्त मंत्री को एक प्रस्ताव सौंपा है। इस प्रस्ताव में इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव करने की सिफारिशें की गई हैं। जल्द ही वित्त मंत्रालय इन प्रस्तावों पर मुहर लगा सकता है। बताया जा रहा है कि इन सिफारिशों से नौकरीपेशा को बड़ी राहत मिल सकती है।
डायरेक्ट टैक्स कोड पर बनी कमेटी द्वार दी गई सिफारिशों में कहा गया है कि इनकम टैक्स का नया स्लैब बनाया जाए। इस नए स्लैब में की शुरुआत 5 लाख से हो। अगर इस प्रस्ताव को मान लिया गया तो 5 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा सालाना 5-10 लाख की आय पर टैक्स की दर 10 फीसदी होनी चाहिए। मौजूदा समय में टैक्स स्लैब पर 20 फीसदी टैक्स लगता है। इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि 10 से 20 लाख रुपए तक की इनकम पर 20 फीसदी टैक्स लगाया जाए, जोकि मौजूदा समय में 30 फीसदी है।
इनकम टैक्स स्लैब में 20 लाख से 2 करोड़ तक की इनकम वालों पर 30 फीसदी टैक्स के लिए कहा गया है। जबकि 2 करोड़ से ज्यादा की इनकम पर 35 फीसदी टैक्स ब्रैकेट में रखा जाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा इस प्रस्ताव में टैक्स पर लगने वाले सभी तरह के सरचार्ज और सेस को हटाने की सिफारिश की गई है। अगर वित्त मंत्रालय इन प्रस्तावों को मान लेती है तो आम जनता को टैक्स के बोझ से राहत मिलेगी।