लखनऊ से दिल्ली के बीच शुरू होने वाली तेजस एक्सप्रेस को लेकर IRCTC ने बड़ा फैसला लिया है. रेल यात्रियों को आकर्षित करने के लिए बीमा के साथ साथ ट्रेन देर होने पर मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है.अगर 1 घंटे की देरी होती है तो यात्री को 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं 2 घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो प्रत्येक यात्री को 250 रुपये दिए जाएंगे.
तेजस एक्सप्रेस निजी कंपनी द्वारा संचालित पहली ट्रेन है. रेलवे बोर्ड अन्य मार्गों पर भी ऐसी ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है. तेजस ट्रेन की निगरानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के जिम्मे है. तेजस में यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं और सुविधाएं दी जाएंगी.
यह ट्रेन नई दिल्ली से शाम 3.35 बजे खुलकर उसी दिन 10.05 बजे रात को लखनऊ पहुंचेगी. ये ट्रेन हफ्ते में छह दिन चलाई जाएगी. 82502/82501 तेजस एक्सप्रेस मंगलवार को छोड़कर हफ्ते के छह दिन नई दिल्ली और लखनऊ के बीच फेरे लगाएगी. इस ट्रेन की शुरुआत 4 अक्टूबर को हो रही है.
ये है ट्रेन की खासियत
ट्रेन में विमान की तरह व्यक्तिगत एलसीडी एंटरटेनमेंट-कम-इंफोर्मेशन स्क्रीन, ऑन बोर्ड वाई-फाई सेवा, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिंग, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, मोड्यूलर बायो-टॉयलेट और सेंसर टेप फिटिंग की सुविधाएं होंगी.
लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर फिलहाल स्वर्ण शताब्दी समेत 53 ट्रेनें संचालित हैं. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हालांकि राजधानी की सेवा नहीं है. लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस के बाद जल्द ही अहमदाबाद से मुंबई के लिए चलने वाली तेजस एक्सप्रेस शुरू की जा सकती है. तेजस एक्सप्रेस में कुल 758 यात्री सफर कर सकेंगे. इस ट्रेन में एक एक्जिक्यूटिव क्लास वातानुकूलित चेयर कार होंगी, जिसमें 56 सीटें होंगी और 9 वातानुकूलित चेयर कार होंगी जिनमें प्रत्येक में 78 सीटें होंगी.