पटना में आए जल प्रलय (Flood In Patna) से निजात दिलाने को बिहार सरकार ने अब छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) से मदद ली है. पानी में डूबे शहर को फिर से पुराने रंग में लाया जाए और जल नकासी की समस्या दूर हो सके इसके लिए बिहार सरकार ने छत्तीसगढ़ से 5 संप मशीनों (Sump Machine) को मंगाया है. 3 दिनों की हुई झमाझम मूसलाधार बारिश (Heavy Rainfall) से पटना पूरी तरह डूब गया था और शहर के अधिकांश इलाकों में भीषण जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
इन इलाकों में लगाए गए मशीन
कई इलाकों से पानी को अब निकाल लिया गया है वहीं कई इलाकों में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. छत्तीसगढ़ से मंगाए गए इन पांच मशीनों को पटना के के भीषण जल जमाव वाले इलाके में लगाया गया है. इन संप मशीनों में एक को अगम कुआं के भूतनाथ रोड, दूसरे मशीन को पहाड़ी स्थित संप हाउस, तीसरे मशीन को बहादुरपुर, चौथे को राजेंद्र नगर और पांचवें मशीन को कंकड़बाग इलाके में लगाया गया है.
प्रधान सचिव खुद कर रहे निगरानी जल निकासी को लेकर राज्य सरकार के अधिकारी और कर्मचारी युद्ध स्तर पर जुटे हैं. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने अगमकुआं के पहाड़ी स्थित संप हाउस पहुंचकर अधिकारियों और कर्मचारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया. चार दिनों तक हुए भीषण जलजमाव और बाद मे इलाके से पानी निकलने के बाद कई जगहों पर गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो गया है, ऐसे में कई इलाकों में महामारी फैलने की भी आशंका बढ़ गई है.
कई इलाकों में अभी भी जलजमाव
पटना के निचली इलाकों में अभी भी घुटने से लेकर कमर भर तक पानी जमा है और पानी की निकासी का का रफ्तार काफी कम है. लोग अभी भी अपने घरों में कैद हैं. उनकी मदद के लिए राजनीतिक दल से लेकर कई एनजीओ और युवा लगातार प्रयास कर रहे हैं.
संप हाउसों के भरोसे ही है जल निकासी की व्यवस्था
पटना में जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह से संप हाउसों पर निर्भर है. इन संप हाउसों में लगी मशीन से इलाके में जमा हुए पानी को खींचा जा रहा है. पटना के कई इलाकों में संप हाउस निचले हिस्से में हैं जिससे वहां भी जलजमाव की समस्या खड़ी हो गई है.