छत्तीसगढ़ की सियासत इन दिनों राम, राष्ट्रवाद और माननीयों की सुरक्षा को लेकर चर्चा में है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बीच जुबानी टकरार जारी है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह के कांग्रेस को अंतिम वक्त में राम की याद आने के बयान के जवाब में शुक्रवार को कहा कि भाजपा को सिर्फ चुनाव के समय ही राम की याद आती है। वोट के लिए वे राम का इस्तेमाल करते हैं। वहीं सुरक्षा को लेकर किए गए सीएम बघेल के तंज के बाद रमन सिंह ने पटलवार करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ मेें राम राज्य है तो सभी की सुरक्षा वापस ले लें।
भाजपा और आरएसएस का राष्ट्रवाद उत्तेजक, ये विदेश से आया : बघेल
- चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव के लिए रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान भाजपा और आरएसएस के राष्ट्रवाद को उत्तेजक राष्ट्रवाद बताया। उन्होंने कहा कि यह विदेशों से आया है। गांधी जी का राष्ट्रवाद गंभीर राष्ट्रवाद है, जिसे कांग्रेस मानती है। वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम की रैंकिंग में भारत के 10 पायदान नीचे गिरने पर सीएम बघेल ने कहा कि देश की अर्थव्यव्स्था चौपट है। नोटबंदी और जीएसटी से नुकसान हुआ है। अब हालात यह है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचकर केंद्र सरकार कर्मचारियों के वेतन की व्यव्स्था कर रही है।
- मैंने कोई सुरक्षा नहीं मांगी, फैसला केंद्र का : रमन सिंहपूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मैंने किसी से कोई सुरक्षा नहीं मांगी है। अगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगता है कि राज्य में राम राज्य है तो सभी की सुरक्षा वापस ले लें। पूर्व सीएम ने कहा कि सुरक्षा का फैसला हम नहीं करते। ये फैसला केंद्र सरकार का होता है। दरअसल पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल ने सुरक्षा के लेकर डॉ. रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा था कि मितव्यता से ही फिजूलखर्ची रोकी जा सकती है। मैंने अपने काफिले में कटौती की है, लेकिन पुराने लोग आज भी लंबे-चौड़े काफिला लेकर चलते हैं। मैं इस मामले में किसी को सलाह नहीं दे सकता।