Home छत्तीसगढ़ वास्तुशास्त्र: आपकी इन गलतियों से घर में होता है दरिद्रता का वास

वास्तुशास्त्र: आपकी इन गलतियों से घर में होता है दरिद्रता का वास

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आपको बता दें, हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख शांति और समृद्धि लाना चाहता हैं वही इसके लिए वह कई सारे प्रयास भी करता हैं जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह और चंद्रमा को स्त्री का कारक ग्रह माना जाता हैं वही शुक्र ग्रह और चंद्रमा की पूजा करने से महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं।

वही शुक्र और चंद्रमा की प्रसन्नता के लिए घर में काले और नीले रंग का प्रयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए। अपने घर के दक्षिण पूर्वी भाग में रसोई घर जरूर बनवाना चाहिए। वही रोजाना रसोई घर में काम करने से पहले घर की महिलाएं घर की इसी दिशा में एक ​दीपक जरूर जलाएं। उसके बाद ही रसोई घर का कार्य शुरू करें।

वही घर की औरतें किचन में बिना स्नान किए कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए। हमेशा अपनी रसोई में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर लगकर रखना चाहिए। वही किचन में जब भी कार्य शुरू करें मां अन्नपूर्णा की सबसे पहले दर्शन करें। ऐसा करने से घर के सभी लोग हमेशा स्वस्थ रहेंगे और भोजन भी स्वादिष्ट बनेगा और साथ ही साथ श्री लक्ष्मीनारायण की कृपा भी आपको प्राप्त होगी।

इन गलतियों के कारण घर में होता है दरिद्रता का वास—
जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता हैं वहां शुक्र और चंद्रमा की अशुभता के कारण घर में दरिद्रता का वास बना रहता हैं घर के दक्षिण पूर्वी कोने में यानी की आग्नेय कोण में जलभराव रखने से वहां पर वास्तुदोष उत्पन्न हो जाता हैं

जिससे घर में दरिद्रता का वास होता हैं। रोजाना रात्रि में देत तक जागने और सुबह देर से उठने से भी शनि और चंद्रमा का दुष्प्रभाव आने के कारण घर में दरिद्रता आने लगती हैं।Dailyhunt