Home छत्तीसगढ़ जानिए राजस्थान के राजा और ख्वाजा मोइनुद्दीन के बीच सम्बन्ध.

जानिए राजस्थान के राजा और ख्वाजा मोइनुद्दीन के बीच सम्बन्ध.

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राजस्थान के राजा पृथ्वीराज चौहान के कुछ सैनिक अपने ऊंट लेकर वहां पहुचे और ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती और उनके साथी से उस पेड़ के नीचे से हट जाने को बोला और कहा कि यह हमारे ऊँटो के बैठने की जगह है और यह बात सुनकर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने फरमाया की: ‘अच्छा यहां पर ऊंट बैठते है’ यह बात कहकर ख्वाजा साहब और उनके साथी वहां से चले गए। दोस्तों वहां से रवाना होकर गरीब नवाज ने अजमेर में मौजूद अना सागर के किनारे बैठने का फैसला किया।

दोस्तों हैरान करने वाली बात तब हुई जब पृथ्वीराज चौहान के सैनिकों ने जहां से ख्वाजा गरीब नवाज और उनके साथियों को जिस पेड़ के नीचे से उठ जाने को बोला था वहां बैठे ऊंट कुछ घण्टे गुजरने के बाद जब सैनिकों ने वापस जाने का फैसला किया तो उस जगह से ऊंट उठने का नाम नही ले रहे थे, फिर सब सैनिकों ने उन ऊँटो पर लाठियां बरसाई लेकिन ऊंट फिर भी नही उठ रहे थे, और आखिर में हैरान हुए सैनिकों ने यह बात पृथ्वीराज चौहान से करने का सोचा और सब सैनिक राजा के दरबार मे बात करने पहुच गए । दोस्तों सब परेशान हुए सैनिक ने पृथ्वीराज चौहान से सब बात बताई और यह बात सुनकर पृथ्वीराज चौहान को भी हैरत हुई।

पृथ्वीराज चौहान अपने सैनिको को हुक्म दिया कि वह जल्दी जाकर वह फकीर यानी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती से फौरन माफी माँगे ले, और फिर सब सिपाही उस फकीर यानी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को ढूंढने लगे और कुछ घण्टो बाद ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती और उनके साथियों को एक जगह बैठे नजर आए और सब सिपाही ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को सब बात बताई और उनसे माफी भी मांगी फिर गरीब नवाज ने फरमाया की अब सारे ऊंट उठ गए होंगे,