हिंदू समाज पार्टी अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में बरेली एटीएस ने आरोपी वकील नावेद के साथी कामरान को भी गिरफ्तार कर लिया है। कामरान और नावेद ने ही अपनी कार से दोनों हत्यारोपितों को नेपाल तक पहुंचाया था। पुलिस के अनुसार कामरान नावेद की ट्रेवल एजेंसी का कर्मचारी है। बता दें, हत्यारोपितों की मदद करने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के वकील नावेद के दो साथियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्या है पूरा मामला
18 अक्टूबर को लखनऊ के खुर्शेदबाग इलाके में हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गुजरात एटीएस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, इनमें मौलाना मोहसिन शेख सलीम, रशीद अहमद पठान और फैजान शामिल थे। इनसे पूछताछ में सूरत के ही रहने वाले अशफाक और मोइनुद्दीन के नाम सामने आए थे। गुजरात एटीएस ने 22 अक्टूबर को दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।
लगातार हो रही गिरफ्तारी
इस मामले में हत्यारों के मददगारों की लगातार गिरफ्तारी चल रही है। बरेली में क्राइम टीम के साथ ही एसटीएफ व एटीएस लगातार सक्रिय है। गुरुवार तड़के हत्यारोपियों के मददगार नावेद के साथी कामरान को भी बरेली एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कामरान ने ही कमलेश तिवारी के हत्यारोपी अशफाक का मोबाइल ट्रेन में रखा था। चलती ट्रेन में अशफाक के मोबाइल की लोकेशन बदलती गई और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम भ्रमित हुई थी। मोबाइल अंबाला में ऑन तो पुलिस को लगा कि दोनों हत्यारोपित पंजाब पहुंच गए हैं।