उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में अंधविश्वास के चलते चार साल के मासूम की निर्ममता से हत्या कर उसकी बलि देने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए तांत्रिक समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि खेत में दबे खजाने को पाने के लिए तांत्रिक के साथ मिलकर मासूम बालक का अपहरण करके उसकी बलि दी थी। फिलहाल पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।तालाब में उतराता हुआ मिला शव
मामला पीलीभीत जिले के बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के पुरैनिया गांव का है। गांव निवासी प्रेमशंकर बीते 18 नंबवर को सुबह तालाब से सिंघाड़ा निकालने के लिए गया था। साथ में उसकी बेटी सावित्री और दो बेटे बाबूराम और चार वर्षीय बेटा अरुण भी था। प्रेम शंकर तालाब से सिंघाड़ा निकालने लगा और तीनों बच्चे तालाब के किनारे खेलते छोड़ दिए। जब वह सिंघाड़ा निकालकर बाहर आया तो तीनों बच्चे वहां नहीं मिले। प्रेम शंकर ने घर जाकर देखा तो सावित्री और बाबूराम तो मिले लेकिन चार वर्षीय मासूम अरुण घर पर नहीं मिला। प्रेमशंकर ने आसपास ढूंढने के बाद बीसलपुर थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अगले दिन 19 नवंबर को उसी तालाब में मासूम अरुण का शव उतराता हुआ मिला।
क्षत-विक्षत अवस्था में मिला शव
परिजन से जानकारी पाकर सीओ बीसलपुर प्रवीण सिंह मलिक और बीसलपुर कोतवाल मनीराम फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। बच्चे का शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ा हुआ था। बच्चे के शरीर पर सूजा घोंपने के कई निशान भी मौजूद थे। यह सब देखकर बच्चे के पिता ने गांव के ही सुधीर गंगवार पर खेत में दबा खजाना पाने के लालच में तांत्रिक के साथ मिलकर मासूम अरुण की बलि देने का आरोप लगाने लगाया। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दम घुटने और डूबने से मौत की बात कहकर मामले को टाल दिया, जिसके बाद बच्चे के पिता प्रेमशंकर ने खुद जांच पड़ताल करके पुलिस को आरोपी सुधीर गंगवार के खेत की वीडियो बनाकर दी। जिसे देखकर पुलिस का भी माथा ठनक गया।
अरूण के पिता ने वीडियो बनाकर पुलिस को दिया सबूत
बता दें अरूण के पिता ने आरोपी सुधीर गंगवार के खेत का वीडियो में बनाया, जिसेम खेत में खून के निशान वाला एक गड्ढा दिखाई दिया, जिसमें बाल पड़े होने से शक गहरा गया। मामले में तेजी दिखाते हुए बीसलपुर पुलिस ने सुधीर गंगवार पुत्र चंद्रदेव गंगवार निवासी पुरैनिया रामगुलाम और एक महिला अंजू समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
स्वप्न के आधार पर तांत्रिक अनुष्ठान का आयोजन किया था
पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने बताया कि चार वर्षीय बालक अरुण के तालाब में डूबकर मौत हो जाने की सूचना पुलिस को मिली थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस को इस घटना पर संदेह हुआ, जिसके बाद विवेचना में यह स्पष्ट हुआ कि बालक की हत्या उसके गांव के कुछ लोगों ने खजाना पाने के लालच में आकर की थी। कुछ लोगों ने एक स्वप्न के आधार पर एक तांत्रिक अनुष्ठान का आयोजन किया था। जिसमें बलि के रूप में इस बालक की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से पूजा में प्रयोग की जाने वाली सामग्री, रक्त रंजित कपड़ा, एक त्रिशूल, खून से सना सूजा आदि बरामद किया है। उक्त घटना में हत्या और साजिश का मुकदमा दर्ज करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो की तलाश की जा रही है। इस घटना के सभी आरोपियों को उचित वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।