मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के गठन की तैयारियां तेज हैं। तीनों पार्टियों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को ‘महा विकास अघाड़ी’ का नेता चुना है, इसी के साथ ही उद्धव आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो मंत्री भी शपथ लेंगे। जानकारी के मुताबिक, शिवसेना की ओर से संजय देसाई और एकनाथ शिंदे मंत्री बनेंगे। वहीं कांग्रेस की ओर से नितिन राउत और बालासाहेब थरोट भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। एनसीपी की ओर से जयंत पाटिल और छगन भुजबल शपथ ग्रहण करेंगे। इन सबके बीच अभी यह साफ नहीं हुआ है कि डिप्टी सीएम कौन बनेगा।ये तो तय है कि डिप्टी सीएम सिर्फ एनसीपी की तरफ से होगा, लेकिन किसे मिलेगा ये पद अभी ये साफ नहीं हुआ है। वहीं डिप्टी सीएम की रेस में शामिल जयंत पाटिल से जब इस मुद्दे पर सवाल किया गया तो जानिए उन्होंने क्या कहा…
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में नई सरकार के गठन को लेकर फॉर्मूला फाइनल होने के बाद अब सभी को इंतजार इसी बात का है कि आखिर एनसीपी की तरफ से डिप्टी सीएम किसे बनाया जाएगा। फिलहाल जो नाम इस पद के लिए सबसे आगे माना जा रहा है वो अजित पवार का है। वहीं एनसीपी के दिग्गज नेता जयंत पाटिल का भी नाम इस डिप्टी सीएम को लेकर चर्चा में है। यही वजह है कि पार्टी अभी इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट फैसला नहीं सकी है।
डिप्टी सीएम के सवाल ये बोले जयंत पाटिल
एनसीपी के दिग्गज नेता जयंत पाटिल ने कहा कि मैं नई सरकार में मंत्री बनने जा रहा हूं। हालांकि, जैसे ही पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वह उप-मुख्यमंत्री बनेंगे तो जयंत पाटिल ने कहा, ‘यह अभी तय नहीं किया गया है और इसके बारे में मुझे नहीं पता है।’
वहीं डिप्टी सीएम की रेस में चल रहे अजित पवार ने कहा कि मैं आज शपथ नहीं ले रहा हूं। आज शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस के दो-दो मंत्री यानी 6 मंत्री शपथ लेंगे। डिप्टी सीएम के मुद्दे पर एनसीपी ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। इससे पहले अजित पवार कुछ देर पहले ही शरद पवार के घर पहुंचे थे। इस दौरान छगन भुजबल और जयंत पाटिल भी उनके साथ मौजूद थे।
भले ही अजित पवार का नाम डिप्टी सीएम के तौर पर आगे चल रहा हो लेकिन खबर ये भी है कि पार्टी अभी इस मुद्दे पर किसी तय फैसले पर नहीं पहुंची है। यही वजह है कि डिप्टी सीएम के तौर पर आज कोई भी शपथ ग्रहण नहीं करेंगे। अजित पवार के नाम को लेकर सस्पेंस इसलिए बन रहा है क्योंकि हाल ही में जिस तरह का घटनाक्रम हुआ और अजित पवार ने शरद पवार से अलग जाकर देवेंद्र फडणवीस का समर्थन किया। यही नहीं देवेंद्र फडणवीस ने जब सीएम पद की शपथ ली तो उसी समय अजित पवार को डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई गई। तब उन्होंने एनसीपी विधायकों के समर्थन का पत्र बीजेपी को दिया था, जिसके बाद उनको सरकार बनाने का न्योता मिला था। हालांकि, बाद में अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और फडणवीस को भी बहुमत नहीं होने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था।