BJP के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 1 दिसंबर से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हुई एक तो इतनी देरी से धान खरीदी शुरू हुई है साथ ही
किसानों को टोकन दिया जा रहा है जिसमें 1 सप्ताह बाद का टोकन दिया जा रहा है जिसके चलते किसानों को साहूकारों से पैसा लेने के लिए मजबूर हैं। जब सत्ता में नही थे तब 1 नवम्बर से धान खरीदी की बात कहा था ट्वीट करके मुख्य्मंत्री भूपेश बघेल।
लेकिन सत्ता में आने के बाद अपना वायदा भूल गयी है। एक तरफ किसान हितैसी सरकार कहती है अपने आप को लेकिन यह तो किसानों की विरोधी सरकार बन गयी है।
15 क्विंटल धान तो हम लोग भी खरीदते थे। किसानों का कर्ज माफी तो 10-15 सालों से कर्जा नहीं पटा पा रहे हैं उसका कर्ज़ माफी होना चाहिए।
हम सरकार से यह मांग करते हैं कि किसान का जो कर्ज़ है वह कर्ज़ किसान जब अपनी मर्ज़ी होगी तब दे न कि सरकार की मर्ज़ी।
भूपेश सरकार धान खरीदी करने में भी असफल रहे हैं। किसान कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
लिसन अपना धान बेंच रहा है वह पैसा तत्काल उसके कर्ज़ में से काटा जा रहा है।
जिसके चलते किसान को आनन फानन में दुसरों आए मजबूरी में ब्याज में कर्ज लेना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ की धरती में उगाया हुआ एक एक दाने धान को खरीदना पड़ेगा।
20-22 साल से जो कर्ज़ में डूबे हुए थे उनका कर्ज़ अभी तक माफी नहीं हुए हैं। रकबा को कम कर दिया गया हैै।
2500 रुपये मे क्विंटल धान खरीदने के डर से सरकार ऐसा कर रही है।
सरकार को 1 करोड़ टन धान खरीदी करनी चाहिए। क्योंकि छत्तीसगढ़ में इस बार फसल अच्छी हुई है। यह हम सरकार से मांग करते हैं।