पश्चिम बंगाल के मंत्री और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राज्य अध्यक्ष, सिद्दीकुल्ला चौधरी ने रविवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोलकाता का दौरा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक की वह नागरिकता संशोधन अधिनियम को वापस नहीं ले लेते हैं।
चौधरी ने कहा कि विवादास्पद कानून मानवता और देश के नागरिकों के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “हम उसे (शाह) शहर के हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति नहीं दे सकते। हम वहां एक लाख लोगों को इकट्ठा कर सकते हैं।” यह बात सिद्दीकुल्ला चौधरी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही है। हालांकि, राज्य के पुस्तकालय सेवा मंत्री ने दावा किया कि संगठन का आंदोलन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा, “हम हिंसक विरोध में विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन हम निश्चित रूप से सीएए और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) को हर हाल में लागू होने से रोकने का प्रयास करेंगे। मंत्री ने कहा कि भाजपा को पहले ही बंगाल के लोग खारिज कर चुके हैं। उन्होंने कहा, “अभी कोलकाता सहित पूरे देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन इस बात का गवाह है।”
चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी “घृणा और विभाजन की राजनीति” कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे (मोदी और शाह) क्या कर रहे हैं, लोगों पर एक के बाद एक करके अपना एजेंडा थोप रहे हैं। वे चर्चा में विश्वास नहीं करते हैं, वे बातचीत में विश्वास नहीं करते हैं।