एटीएम कार्ड क्लोन कर रुपये निकालने के आरोप में कोलकाता पुलिस की एंटी बैंक फ्रॉड शाखा की टीम ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के नाम मुद्दसर खान (27) और इरफानुद्दीन (27) है। दोनों मूल रूप से बिहार के गया के रहने वाले हैं। यहां वे दोनों अपने परिवार के साथ रहते हैं। मुद्दसर नूर अली लेन और इरफानुद्दीन तिलजला रोड इलाके में किराये के घर में रहते हैं। इनके कब्जे से 150 क्लोन कार्ड, 1 स्कीमिंग डिवाइस और 1 लैपटॉप जब्त किया गया। साथ ही एक मैगनेटिक स्ट्राइप रीडर राइटर भी जब्त किया गया है। बरामद क्लोन कार्ड के पीछे पिन नंबर भी लिखा हुआ पाया गया है। ज्वाइंट कमिश्नर (क्राइम) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि गुरुवार को दोनों सियालदह स्टेशन पर दार्जिलिंग मेल पकड़कर शिलांग जाने वाले थे लेकिन सूचना मिलते ही बैंक फ्रॉड की टीम ने उन दोनों को पकड़ लिया। ये अभियुक्त पिछले 7-8 महीने से इस तरह के घटना को अंजाम दे रहे थे।
ऐसे दे रहे थे घटना को अंजाम
मुरलीधर शर्मा ने बताया कि पूछताछ में दोनाेंं ने खुलासा किया कि वे एटीएम काउंटर से नहीं बल्कि रेस्तरांं में आने वाले ग्राहकों के डेबिट व क्रेडिट कार्ड का डिटेल्स हासिल करते थे। दरअसल, ये अभियुक्त कई रेतस्रांं में इन्होंने अपना एजेंट तैयार कर लिया था। मसलन कार्ड का डिटेल्स देने के एवज में ये रेस्तरां कर्मचारियों को कमिशन दिया करते थे। उन्होंने बताया कि ये अभियुक्त रेस्तरां में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ एक डील करते थे। उन्हें स्कीमिंग डिवाइस दे देते थे। ये स्कीमिंग डिवाइस एकदम हैंडी है और हाथ में ही लेकर इससे काम किया जा सकता है। इसके बाद जब कोई ग्राहक रेस्तरां में खाने के बाद बिल का भुगतान करने के लिए अपना डेबिट या क्रेडिट कार्ड देता है तब रेस्तरां के कर्मचारी अपने हाथ में लिए स्कीमिंग डिवाइस में सबसे पहले स्वाइप कर तथ्य क्लोन कर लेते थे और फिर ग्राहक द्वारा पिन नंबर लेने के बाद उसे एक जगह पर लिख लिया करते थे। इसके बाद सारे तथ्य ये कर्मचारी इन अभियुक्तों को दे दिया करते थे। तथ्य लेने के बाद ये अभियुक्त उससे क्लोन कार्ड तैयार कर लेते थे।
कोलकाता को छोड़कर दूसरे जगहों से निकालते थे रुपये
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि क्लोन किये गये कार्ड का इस्तेमाल ये अभियुक्त कोलकाता में नहीं करते थे। बिहार, झारखंड, सिलीगुड़ी, कर्सियांग में जाकर क्लोन कार्ड से एटीएम काउंटर पर जाकर रुपया निकालते थे ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच सके। उन्होंने बताया कि रुपये निकालने के लिए ये अभियुक्त दूसरे-दूसरे राज्यों में ट्रवेल करते थे। इस बार भी वे क्लोन एटीएम कार्ड लेकर शिलांग जाने वाले थे और वहां एटीएम काउंटर से रुपया निकालने वाले थे।
कोलकाता के कई रेस्तरां के कर्मचारी है रडार पर
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महानगर के कई रेस्तरां के उन कर्मचारियों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है जो मुद्दसर और इरफानुद्दीन को कार्ड का तथ्य सप्लाई करते थे। वीआईपी बाजार इलाके में एक रेस्तरां का उन्होंने खुलासा किया है। उस रेस्तरां के अलावा भी कई रेस्तरां के बारे में जानकारी मिली है और उसकी लिस्ट तैयार की जा रही है।