रांची. झारखंड के सभी 16 कांग्रेसी विधायकों (Congress MLAs) और दो सांसदों ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के नेतृत्व में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी मौजूद रहे. झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) में जीत के बाद यह पहला मौका था, जब सभी विधायकों ने एकसाथ सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सभी विधायकों को नई ऊर्जा के साथ काम करने की सलाह दी.
मुकालात के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने नये विधायकों को नई ऊर्जा के साथ काम करने की सलाह दी. झारखंड में मंत्रिमंडल के विस्तार पर उन्होंने कहा कि जल्द इसका विस्तार हो जाएगा.
मंत्रीपद की संख्या को लेकर फंसा है पेंच
हेमंत सोरेन सरकार में मंत्रीपद पाने के लिए कांग्रेस विधायकों की दिल्ली दौड़ जारी है. अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस के विधायक आलानेताओं से मिलकर मंत्री बनने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस कोटे से दो विधायक, आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव मंत्रीपद की शपथ ले चुके हैं. कांग्रेस हेमंत सोरेन सरकार में अपने लिए पांच मंत्रीपद चाहती है. जबकि विधायकों की संख्या के आधार पर जेएमएम कांग्रेस को चार मंत्रीपद देना चाहती है. इस मसले पर सीएम हेमंत सोरेन की कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बातचीत जारी है. लेकिन पेंच सुलझ नहीं रहा. पेंच मलाइदार विभाग को लेकर भी फंस रहा है.
19 जनवरी को हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कोटे से दीपिका पांडेय सिंह, बन्ना गुप्ता के अलावा राजेन्द्र सिंह और इरफान अंसारी में किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. 19 जनवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. बन्ना गुप्ता और राजेन्द्र सिंह पहले भी मंत्री रह चुके हैं. अभी तक कांग्रेस कोटे से दक्षिणी छोटानागपुर से आदिवासी चेहरे रामेश्वर उरांव और संथाल परगना से अल्पसंख्यक चेहरे आलमगीर आलम को मंत्री बनने का मौका मिला है.झारखंड अलग राज्य बनने के बाद कांग्रेस पहली बार सूबे में 16 सीटें जीतने में कामयाब हुई है. जेएमएम और आरजेडी के साथ मिलकर कांग्रेस ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है.
इनपुट- monu gajbhiye