दिल्ली चुनाव को लेकर मतगणना जारी है, वहीं शाहीनबाग में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन भी जारी है। आज शाहीनबाग में सुबह से ही काफी शांति दिखाई दी जब इसकी वजह जानी तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां हो रहे विरोध प्रदर्शन में लोग मौन धारण करते हुए नजर आए। यहां बैठी महिलाओं ने मौन रखा हुआ है और जहां ये बैठे हैं वहां से आज के दिन कोई भाषण नहीं दिया जाएगा, साथ ही इनके मौन रखने का कारण चुनाव के नतीजे में यहां से बोलने पर गलत संदेश न जाए और जामिया में हुई हिंसा है।
शाहीनबाग में सुबह से ही सभी महिलाएं मौन रखे हुई हैं, जब उनसे पूछने की कोशिश की तो बोलने से मना कर दिया और एक पोस्टर दिखा कर इशारा किया कि आज मौन रखा हुआ है। यह पूछने पर की ऐसा क्यों, तो एक बगल में प्ले काड्र्स बना रहे लड़के ने लिख कर कहा कि चुनाव के नतीजे और जामिया को लेकर कर रहे हैं। दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यहां से हम किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नहीं देते हैं और यहां से किसी की न हम बुराई करेंगे और ना ही भलाई, इसलिए हम सभी लोग मौन रखे हुए हैं, ताकि कोई गलत संदेश यहां से न चला जाए। यह पूछने पर कि ये मौन धारण कब तक चलेगा, तो उसने कहा की सिर्फ सुबह से रात तक होगा ताकि हमसे कोई चुनाव को लेकर न पूछे।
उधर, दिल्ली विधानसभा में आठ फरवरी को हुए मतदान की सोमवार को हो रही मतगणना के शुरुआती रुझान में कांग्रेस अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर पीछे चल रही है। ओखला सीट पर कांग्रेस के परवेज हाशमी सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार से पीछे चल रहे हैं। वहीं गांधीनगर सीट से अरविंदर सिंह लवली और सीलमपुर सीट पर चौधरी मतीन अहमद पीछे चल रहे हैं। हालांकि हारून यूसुफ बल्लीमारन सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। कांग्रेस उम्मीदवार आप से बहुत पीछे चल रहे हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी प्रदर्शन के केंद्र ओखला में मतदाताओं की पहली पसंद आप है। शुरुआती रुझानों में आप 49 सीटों पर, भाजपा 12 सीटों पर और कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही थी।