आम आदमी पार्टी (आप) ने खुफिया ब्यूरो के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के आरोपी नेहरू विहार से पार्षद ताहिर हुसैन को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। अंकित की हत्या के मामले में ताहिर पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच होने तक ताहिर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
ताहिर के ऊपर उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांदबाग में दंगा फैलाने और खुफिया ब्यूरो के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या करने का परिवारवालों ने आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने आज ही उसकी फैक्ट्री को सील कर दिया था। उधर अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निर्मम तरीके से हत्या की बात कही गयी है। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना था कि अंकित शर्मा के शरीर को चाकुओं से बुरी तरह गोदा गया था और इतने घाव किये गये थे कि उनको गिन पाना कठिन था। गौरतलब है कि अंकित सोमवार को शाम चार बजे से गायब थे और उनकी लाश बुधवार को एक नाले में मिली थी।
दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 38
उत्तर- पूर्वी दिल्ली में तीन दिनों तक हुई हिंसा मरने वालों की संख्या 38 हो गई है, जिसमें गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 34 लोगों की, लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में तीन तथा एक व्यक्ति की जग प्रवेश चंद अस्पताल में मौत हुई है। इस इलाके में तीन दिनों तक हुई हिंसक वारदातों में लगभग 200 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है और जांच के लिए क्राइम ब्रांच के अंतर्गत एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाकों में समुचित संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात करने के बाद हालात नियंत्रण में है।
उन्होंने कहा कि 48 प्राथमिकी अब तक दर्ज की जा चुकी है और तथ्यों की जांच करने के बाद और मामले दर्ज किये जाएंगे। एक हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिसकी जांच की जा रही है। अब तक 106 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। उन्होंने कहा कि इलाके में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिन-रात चौकसी बरती जा रही है। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने हिंसा से प्रभावित चांदबाग और खजूरी खास इलाके का दौरा किया और स्थानीय लोगों से हालचाल जाना। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उनके समक्ष सुरक्षा, शांति से संबंधित कई मांगें रखी।