रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने खेल कूद से बोनस अंक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को लेकर बड़ा फैसला किया है। माशिमं ने खेल कूद का बोनस अंक प्रावीण्य सूची में नहीं जोड़ने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा की मैरिट में खेलकूद के बोनस अंक नहीं जुड़ेंगे।
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वी के गोयल ने बयान में कहा है कि खेल कूद में बोनस अंक जोड़ने से एकेडमिक बच्चे पीछे रह जाते हैं, ये बच्चे सिर्फ़ पढ़ाई करने वाले होते हैं, लेकिन बोनस अंक के कारण पीछे हो जाते हैं। इसलिए अब बोर्ड की परीक्षाओं में खेल से प्राप्त बोनस अंक मैरिट सूची में नहीं जोड़ा जाएंगे।
बता दें कि इसके पहले बोर्ड परीक्षाओं में बोनस अंक जोड़े जाते थे, पिछली परिणामों ये साफ देखा गया है कि खेलकूद में प्राप्त बोनस अंक के कारण कई छात्र मैरिट सूची में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने में सफल हुए हैं और लिखित परीक्षा में सबसे ज्यादा अंक लाने के बाद भी छात्र छात्राएं मैरिट सूची में पिछड़े रह जाते थे।