तीसरे देश से किराए पर लिया गया था. सूत्रों ने खुलासा किया ‘हम तकनीकी कारणों से एक भारतीय विमान का उपयोग नहीं करना चाहते थे.’ विमान कतर से किराए पर लिया गया था और 27 मई को दिल्ली आई थी. दिल्ली से, इसने भारतीय अधिकारियों के साथ मैड्रिड के लिए उड़ान भरी, जहां यह ईंधन भरने के लिए रुकी और डोमिनिका के लिए रवाना हुई. अदालत या स्थानीय अधिकारियों को किसी संशय की स्थिति में भारतीय अधिकारी अपने साथ चौकसी के भारतीय नागरिक होने के दस्तावेज भी साथ ले जा रहे हैं. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मेहुल अपनी कथित गर्लफ्रेंड बाबरा जराबिका के साथ डोमिनिक गया था.
सूत्रों ने कहा, ‘डोमिनिका इमिग्रेशन के लिए आवश्यक आपातकालीन प्रमाण पत्र के साथ अधिकारियों ने उड़ान भरी. चौकसी की तस्वीरों पर टिप्पणी करते हुए सूत्रों ने कहा- ‘चौकसी पर शारीरिक हमले के सभी आरोप गलत हैं. वह मानवाधिकार का मामला बना रहे हैं जो बिल्कुल गलत और झूठा है.’
सूत्रों ने कहा, ‘डोमिनिका इमिग्रेशन के लिए आवश्यक आपातकालीन प्रमाण पत्र के साथ अधिकारियों ने उड़ान भरी. चौकसी की तस्वीरों पर टिप्पणी करते हुए सूत्रों ने कहा- ‘चौकसी पर शारीरिक हमले के सभी आरोप गलत हैं. वह मानवाधिकार का मामला बना रहे हैं जो बिल्कुल गलत और झूठा है.’
एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने क्या कहा?इससे पहले एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने अपने देश में एक रेडियो शो में विमान की सूचना को पुष्ट किया. ‘एंटीगुआ न्यूज रूम’ के मुताबिक कतर एयरवेज का एक निजी विमान डोमिनिका में डगलस-चार्ल्स हवाई अड्डे पर उतरा. जिसके बाद चौकसी के प्रत्यर्पण को लेकर अटकलें लगने लगी हैं. एंटीगुआ और बारबुडा से रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हुए चौकसी को पड़ोस के डोमिनिका में पकड़ा गया.
ब्राउन ने रेडिशा शो में बताया कि चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए जरूरी दस्तावेज लेकर विमान भारत से आया है. कतर की एक्जीक्यूटिव उड़ान ए7सीईई के सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इस विमान ने 28 मई को तड़के तीन बजकर 44 मिनट पर दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरी और उसी दिन स्थानीय समयानुसार दिन में एक बजकर 16 मिनट पर डोमिनिका पहुंचा.
चौकसी का क्या है दावा?
केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने सीएनएन-न्यूज18 को पुष्टि की है कि भगोड़े मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) को वापस लाने के लिए एक विमान डोमिनिका भेजा गया है. एक निजी विमान को जानबूझकर किसी
डोमिनिका की एक अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी को अगले आदेश तक कैरिबियाई द्वीपीय देश से कहीं और भेजने पर रोक लगा दी है. स्थानीय मीडिया में आई खबरों में यह बताया गया. चौकसी को डोमिनिका में ‘अवैध रूप से प्रवेश’ करने पर हिरासत में लिया गया था. अदालत ने चौकसी के वकीलों की ओर से दायर याचिका पर यह आदेश दिया है.
चौकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया था, ‘विधिक दल ने डोमिनिका की अदालत में मेहुल चौकसी के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. यह भी बताया गया कि मेहुल चौकसी तक पहुंच नहीं दी जा रही है तथा कानूनी सहायता के
संवैधानिक अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है.’
डोमिनिका में चौकसी के वकील वायने मार्श ने एक रेडियो शो को बताया कि काफी प्रयासों के बाद जब चौकसी से संक्षिप्त मुलाकात हुई तो उसने बताया कि उसे एंटीगुआ में जॉली बंदरगाह में एक जहाज में ‘जबर्दस्ती’ बैठाया गया और डोमिनिका लाया गया. उसने कहा कि भारतीय और डोमिनिका के पुलिसकर्मियों की तरह दिखने वाले लोगों ने यह किया.