इंडोनेशिया (Indonesia) के सुदूर मालुकु द्वीपों के तट पर गुरुवार को रिक्टर पैमाने पर 6.0 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया, लेकिन सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई. यह भूकंप 15.39 बजे के करीब आया. भूकंप के बाद लोगों में दहशत फैल गई और लोग घरों से बाहर निकल गए. यह जानकारी संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने दी है. तेज भूकंप तेर्नेट शहर से लगभग 127 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 31 किलोमीटर (20 मील) की अपेक्षाकृत उथली गहराई पर आया. अभी तक किसी के हताहत होने या बड़े नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं थी.
यह क्षेत्र ऐसा है, जहां हमेशा तीव्र भूकंप आने का खतरा बना रहता है. इंडोनेशिया प्रशांत रिंग ऑफ फायर पर अपनी स्थिति के कारण लगातार भूकंप का अनुभव करता है. तीव्र भूकंपीय गतिविधि का एक चाप जहां टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं, जो जापान से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैली हुई है. यह महासागर के चारों ओर भूकंपीय दोष लाइनों की एक घोड़े की नाल के आकार की श्रृंखला ‘रिंग ऑफ फायर’ के साथ स्थित है.
2004 में सुमात्रा के तट पर 9.1 तीव्रता का एक विनाशकारी भूकंप आया और सूनामी शुरू हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में 220,000 लोग मारे गए, जिसमें इंडोनेशिया में लगभग 170,000 शामिल थे. बॉक्सिंग डे आपदा दर्ज इतिहास में सबसे घातक प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी, और कुछ स्थानों पर समुद्र तल को 15 मीटर तक उठा लिया.
2018 में एक शक्तिशाली भूकंप ने लोम्बोक द्वीप को हिला दिया और अगले कुछ हफ्तों में कई और झटके आए, जिससे हॉलिडे द्वीप और पड़ोसी सुंबावा में 550 से अधिक लोग मारे गए. उसी वर्ष बाद में सुलावेसी द्वीप पर पालू में 7.5 तीव्रता का भूकंप और उसके बाद सुनामी आई थी. इसमें 4,300 से अधिक लोग मारे गए या लापता हो गए.